मैच के दौरान रैफरी से बदसलूकी पड़ी महंगी, साल के बैन के साथ-साथ 10 लाख जुर्माना

Tuesday, May 15, 2018 - 11:19 AM (IST)

चंडीगढ़ (लल्लन): मैच के दौरान रैफरी के साथ किए गए बदसलूकी के कारण आई-लीग चैम्पियन मिनर्वा पंजाब एफ.सी. के मालिक रणजीत बजाज पर ऑल इंडिया फुटबाल फैडरेशन (ए.आई.एफ.सी.) ने एक साल के लिए फुटबाल गतिविधियों में हिस्सा लेने और 10 लाख का जुर्माना लगाया है। 

 

ए.आई.एफ.सी. ने रणजीत बजाज को नस्लीय टिप्पणी करने में दोषी पाने के बाद प्रतिबंध लगाया है। फैडरेशन की अनुशासनात्मक कमेटी ने फैसले के साथ बताया कि रणजीत बजाज का साल में यह चौथा ऐसा मामला है, जिससे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

 

यह है मामला
शिलांग के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 12 मई को आइजोल के खिलाफ अंडर-18 यूथ लीग मिनर्वा का मैच 1-1 से ड्रा हो गया था। इसके बाद बजाज ने मैच के रैफरी पिनस्केमहेम माथोह पर नस्लीय टिप्पणी की थी, जिसकी शिकायत मैच रैफरी ने फैडरेशन से की थी। फैडरेशन की अनुशासनात्मक जांच कमेटी के चेयरमैन ऊषानाथ बैनर्जी ने कहा कि रणजीत बजाज पर लगाए गए इन आरोप की जांच में उन्हें दोषी पाया है। 

 

अब रणजीत बजाज ए.आई.एफ.एफ. की तरफ से आयोजित किसी टूर्नामैंट के दौरान स्टेडियम में मौजूद नहीं रह सकते। इसके अलावा उन्हें बैन लगने से 10 दिन के भीतर 10 लाख रुपए बतौर जुर्माना जमा करवाना होगा, अन्यथा उन पर लगाया गया बैन और जुर्माना वैसे ही रहेगा। मैच कमिश्नर बिश्वाजीत मित्रा ने बताया कि रणजीत बजाज ने मैच अफिशियल को मैच के दौरान न सिर्फ नस्लीय टिप्पणी की थी, बल्कि उन्हें गालियां देने के साथ-साथ धमकाया भी था। 


ऑल इंडिया फुटबाल फैडरेशन की अनुशासनात्मक समिति के फैसले से काफी निराश है। बैन क्लब ऑनर रणजीत बजाज पर लगाया गया है। क्लब के खिलाड़ी हर टूर्नामैंट में खेलेंगे। फैडरेशन ने बिना जांच किए इधर -उधर से जानकारी लेकर यह कदम उठाया है। 

 

जांच कमेटी ने मामले में हमारे बयान ही दर्ज नही कि ए। मिनर्वा इस सीजन में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है, जिस कारण काफी लोग क्लब से जलन महसूस कर रहे हैं लेकिन हमारे पास अभी भी कई विकल्प हैं और हम फुटबाल फैडरेशन के समक्ष पक्ष रखेंगे।- हिना बजाज, डायरैक्टर,  मिनर्वा पंजाब एफ.सी. 


 

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