सुखना लेक पर नवम्बर से कम हुए प्रवासी पक्षी
Sunday, Feb 28, 2021 - 08:32 PM (IST)
चंडीगढ़ (राजिंद्र शर्मा): पिछले कुछ सालों के दौरान सुखना लेक में प्रवासी पक्षियों की संख्या में कमी हो रही है। यहां तक कि नवम्बर में किए गए सेंसस के मुकाबले भी इस बार फरवरी के सेंसस से यहां कम प्रवासी पक्षी पाए गए। चंडीगढ़ बर्ड क्लब द्वारा करवाए गए वाटर फाऊल सेंसस में ये सामने आया है। इस बार पहली बार चार जगहों का एक साथ सेंसस किया गया है, जिसमें मोटेमाजरा, सुखना लेक, घग्गर और धनास शामिल है, क्योंकि सुखना लेक के अलावा इन एरिया में भी अब प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसमें कुल 52 प्रजातियों के 2040 बड्र्स पाई गई। इनमें सभी प्रजातियां शामिल हैं। सुखना के एरिया में 368, मोटेमाजरा में 688, घग्गर में 911 और धनास में 73 बर्ड पाए गए हैं।
डिस्टर्बैंस बढऩे से नहीं आ रहे परिंदे
इस संबंध में बर्ड क्लब के एग्जीक्यूटिव मैंबर अमनदीप सिंह ने कहा कि सुखना लेक की बैकसाइड गतिविधियां व डिस्टर्बैंस बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि प्रवासी पक्षी आसपास के एरिया का रुख कर रहे हैं। इसके अलावा अब सीजन खत्म होने के चलते भी इस बार फरवरी में इनमें कुछ कमी आई है। उन्होंने बताया कि इस बार फरवरी में सुखना लेक पर किए गए सर्वे में 27 प्रजातियों के 368 पक्षी सामने आए हैं, जबकि नवंबर में 34 प्रजातियों के 429 पक्षी सामने आए थे।
सेंसस के लिए अलग-अलग टीमें बनाई
जानकारी के अनुसार जो प्रवासी पक्षी इन जगहों पर दिखाई दिए, उनमें अधिकांश यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, साइबेरिया और एशिया के अन्य देशों से आए हैं। सुखना लेक और आसपास के एरिया में क्लाइमेट, हैल्दी वाटर और खाने की पूरी खुराक के कारण लंबी दूरी तय कर आने वाले मेहमान परिंदे यहां पहुंचते हैं। सेंसस के दौरान कई ऐसी भी प्रजातियां नजर आईं जो इन एरिया में काफी कम नजर आती हैं। सेंसस के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं। ये बर्ड आसपास की वॉटर बॉडीज में चली जाती हैं, जिसके बाद ही दोबारा सुखना लेक के एरिया में जुटनी शुरू हो जाती हैं।
सेंसस में कुल 2040 बर्ड आए नजर
सेंसस के दौरान 2040 बड्र्स आसपास के एरिया में नजर आए। इन बड्र्स को यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। इनमें सबसे ज्यादा संख्या में कॉमन टील (487), नॉर्दन पिनटेल (92), कॉमन पोचार्ड (99) और लिटिल कॉरमोरैंट (19) स्टिल्ट, ब्लैक विंग्ड (280) शोवलर (260) प्रजाति के पक्षी मिले हैं। इनके अतिरिक्त जो पक्षी सेंसस के दौरान नजर आए, उनमें व्हाइट टेल्ड, रेड वॉटल्ड, गाडवाल और ब्राह्मणी डक शामिल है।