पांच केसों का भगौड़ा हैरोइन सहित फिर काबू

Saturday, Sep 15, 2018 - 08:57 AM (IST)

मोहाली (कुलदीप): एस.टी.एफ. मोहाली की टीम ने एन.डी.पी.एस. एक्ट तहत पांच अलग-अलग केसों में भगौड़े व्यक्ति को काबू करके उसके कब्जे में से 260 ग्राम हैरोइन बरामद की है। आरोपी का नाम प्रितपाल सिंह उर्फ बिट्टा उर्फ गंजा बताया जाता है जो ड्रमों वाला बाजार, सुलतान विंड रोड अमृतसर (मौजूदा निवासी ज्ञानी जैल सिंह नगर, रोपड़) का रहने वाला है। 

 

उसके खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। कल शनिवार को उसे अदातल में पेश किया जाएगा। एस.टी.एफ. के एस.पी. राजिन्द्र सिंह सोहल ने बताया कि प्रितपाल सिंह उर्फ बिट्टा उर्फ गंजा को उस समय काबू किया गया जब वह एक्टिवा स्कूटर पर हैरोइन की सप्लाई देने के लिए बस स्टैंड फेज-8 आया हुआ था। उसे ए.एस.आई. अवतार सिंह की अगुवाई वाली पुलिस पार्टी ने गिरफ्तार किया है।

 

बड़े तस्करों के संपर्क में था बिट्टा
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी बड़े बड़े नशा तस्करों बुट्टा निवासी गांव ढोलण (खेमकरन) जो कि हैरोइन का तस्कर है तथा हरप्रीत सिंह उर्फ चिुटू निवासी फिलौर से बातचीत होती रहती थी। वह अब भी अपना गुजारा निशा नाम की महिला से पैसे ले कर कर रहा था। आरोपी ने बताया कि वह चिंटू से हैरोइन लेकर आगे किसी निशा नाम की महिला को जालंधर में सप्लाई देता था। बता दें कि कपूरथला जेल में आरोपी बिट्टा की एक आंख खराब हो गई थी। इलाज के लिए उसे अमृतसर में आंखों के अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन रात में पुलिस पार्टी को चकमा देकर फरार हो गया। 

 

जीजा के भाई ने बना दिया नशा तस्कर
आरोपी ने बताया कि वह पहले सोने का काम करता था, लेकिन उसे काफी घाटा पड़ गया। 2004 में उसके जीजा के भाई सुरिन्द्रपाल सिंह उर्फ पप्पू ने उसे हैरोइन की सप्लाई में लगा दिया। कोरियर का काम करने वाला पप्पू उसे एक किलो हैरोइन एक से दूसरी जगह पहुंचाने का 6 हजार रुपए देता था। 

 

आरोपी ने बताया कि वह अमृतसर से चंडीगढ़ तथा दिल्ली तक हैरोइन अलग-अलग ढंग से छुपा कर ले जाता था। गैस के सिलैंडर को नीचे से काटकर उसमें हैरोइन डाल कर उसे फिर से वैल्डिंग करके गाड़ी में रखकर दिल्ली निवासी नाइजीरियन व्यक्तियों को सप्लाई करता था।

 

10 किलो हैरोइन केस में हुई थी 15 साल की सजा
सब-इंस्पैक्टर राम दर्शन शर्मा ने बताया कि 2005  के मार्च में आरोपी बिट्टा को पहली डायरेक्टोरेट रैवेन्यु इंटैलीजेंस (डी.आर.आई.) अमृतसर ने 10 किलोग्राम हैरोइन काबू किया था। केस में उसे 15 वर्ष कैद की सजा हुई थी। 

 

करीब सात वर्ष तक सेंट्रल जेल अमृतसर में रहा और उसके बाद पैरोल पर 28 दिन की छुट्टी आ गया था। पैरोल पर आकर वापस जेल नहीं गया। फिर हरप्रीत सिंह उर्फ चिंटू निवासी फिलौर से मिल कर हैरोइन सप्लाई करने लग पड़ा, जिसके पाकिस्तानी स्मगलरों से अच्छे संबंध हैं।

 

फर्जी डी.एल. भी बनवाया
आरोपी ने माना कि नेपाल बार्ड से वह करीब एक वर्ष पहले पंजाब आ गया था। उसने पहचान बदल कर अपना नाम मनजीत सिंह रख लिया। अपना आधार कार्ड भी मनजीत के नाम से बिहार से बनवा लिया। उसी आधार कार्ड से ड्राइविंग लाइसैंस मनजीत सिंह के नाम पर जालंधर लाइसैंसिंग अथॉरिटी से बनवाया। अब जालंधर लाइसैंसिंग अथॉरिटी को भी पत्र लिखा जाएगा। 

 

वर्ष 2015 में उसे फिर काऊंटर इंटैलीजेंस अमृतसर ने सिधवां बेट लुधियाना से 3 किलोग्राम हैरोइन तथा 22 लाख नकदी सहित काबू कर लिया। उसके बाद उसके खिलाफ जालंधर में एक और चालान पेश कर दिया गया तथा उसे अमृतसर से कपूरथला जेल भेज दिया गया।

pooja verma

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