दावेदारी: चुनाव समिति की बैठक में 10 में से 9 लोगों ने बंसल के नाम का किया समर्थन

punjabkesari.in Monday, Feb 18, 2019 - 11:57 AM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र): सैक्टर-35 के कांग्रेस भवन में रविवार को कांग्रेस पार्टी की चुनाव समिति की बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता पंजाब और चंडीगढ़ की कांग्रेस प्रभारी आशा कुमारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए दावेदार में से सभी सदस्यों से उनकी राय मांगी गई, जिसमें अधिकतम लोगों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के पक्ष में ही वोट किया। चुनाव समिति में लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए टिकट के लिए आवेदन करने वाले लोगों जिसमें पवन कुमार बंसल, डा. नवजोत कौर, मनीष तिवारी, सविता सिसोदिया के नाम पर मोहर लगानी थी।

 जानकारी के अनुसार सभी सदस्यों ने पवन कुमार बंसल पर अपनी सहमति प्रदान की है। चुनाव समिति में सात सदस्यों जिसमें पवन कुमार बंसल, प्रदीप छाबड़ा, भूपिंद्र सिंह बडहेड़ी, विनोद शर्मा, हाकम सरहदी, पवन शर्मा, डा. इरशाद हसन के अलावा महिला कांग्रेस, एन.एस.यू.आई. और सेवादल के नेता भी उपस्थित हुए। 

पर्ची सिस्टम से हुआ चयन
सभी ने पर्ची में पवन कुमार बंसल के नाम पर मोहर लगाई है। जब चारों उम्मीदवारों के नाम लिखे पर्ची बांटी गई तो पवन कुमार बंसल बैठक से उठकर जाने लगे कि मैं इस समिति का सदस्य हूं और लोकसभा चुनाव के लिए टिकट के लिए पार्टी में आवेदन किया है। इसलिए जब पर्ची में टिक करना है कि चारों में से कौन उम्मीदवार पर मोहर लगाई जाए तो मेरा रहना उचित नहीं होगा। जैसे ही बंसल जाने लगे प्रभारी आशा कुमारी ने उन्हें रोक लिया। चुनाव समिति में बंसल के नाम पर सहमति के बाद बंसल खेमे में खुशी है, क्योंकि वह सभी उम्मीदवारों से आगे रहे। इससे पहले भी बंसल के नाम पर पार्टी की कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर केंद्रीय समिति को भेजा था। 

सविता सिसोदिया ने किया ऐतराज 
उधर, चुनाव लडऩे के लिए आवेदन करने वाली सविता सिसोदिया ने बैठक करने के तरीके पर ऐतराज जताया है, जिनका कहना है कि बैठक बंद कमरे में हुई और प्रभारी के आने की सूचना अन्य आवेदकों को नहीं हुई, इसमें केवल पवन बंसल और उनके समर्थक ही मौजूद रहे। उनका सवाल है कि कैसे एक ही आवेदक को प्रभारी के कांग्रेस भवन में होने की सूचना थी? जबकि सभी आवेदकों से 35,000 रुपए लिए गए, ऐसे में बिना बताए और जानकारी के अन्य आवेदकों की आवेदन अर्जी की स्क्रूटनी किस तरह से राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजी जाएगी? अगर अन्य आवेदक उम्मीदवार को उनकी क्षमता और वोट बैंक बताने का मौका नहीं दिया गया। उनका कहना है कि प्रभारी के आने की सूचना सभी को दी जानी चाहिए थी। पूर्व मेयर पूनम शर्मा ने भी ऐतराज जताया।


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bhavita joshi

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