अफसरों से मिलने को घर बैठे लें अप्वाइंटमैंट

Wednesday, Jul 03, 2019 - 10:04 AM (IST)

चंडीगढ़(साजन शर्मा): यू.टी. प्रशासन ने सेक्रैटरिएट में ऑनलाइन विजिटर पास सिस्टम लांच किया है। अब विजिटरों को यू.टी. सेक्रैट्रिएट में ऑनलाइन अप्वाइंटमैंट भी मिल सकेगी। फाइल मॉनीटरिंग सिस्टम भी ऑनलाइन कर दिया गया है। अगर सैक्टर-9 स्थित यू.टी. सेक्रैटरिएट में सीनियर अफसरों को मिलना है तो वह घर बैठे ऑनलाइन ही अप्वाइंटमैंट ले सकते हैं। 

मंगलवार को प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने ऑनलाइन विजिटर पास सिस्टम को यू.टी. सेक्रैट्रिएट में लांच किया। फिलहाल बुधवार व शुक्रवार को छोड़कर अफसरों से पब्लिक के मिलने का समय 12 बजे से 1 बजे के बीच है। बुधवार व शुक्रवार को कोई अप्वाइंटमैंट की जरूरत नहीं है।

 ई-आफिस बेस्ड फाइल मॉनीटरिंग सिस्टम भी लांच किया गया। आराम से ऑनलाइन अप्वाइंटमैंट मिल सकती है। मिलने वालों को कुछ बेसिक जानकारियां भरनी होगी वह जिस अफसर से मिलना है उसका नाम लिखना होगा जोकि प्री डिफाइंड लिस्ट है। अफसरों से मिलने के लिए सिटीजन को समय व टाइम भी लिखना होगा। संबंधित अफसर को अधिकार होगा कि वह इस अप्वाइंटमैंट को अप्रूव, रिजैक्ट या री-शैड्यूल कर सके। विजिटर को मोबाइल पर इस अप्वाइंटमैंट को लेकर अलर्ट किया जाएगा। अगर स्टेट्स में कोई बदलाव होता है तो वह भी मैसेज अलर्ट से बताया जाएगा।

रिसेप्शन पर इसको लेकर विजिटर को अप्वाइंटमैंट, एस.एम.एस., शैड्यूल टाइम व अपना आई.डी. कार्ड दिखाना होगा। जो सीधे सेक्रैट्रिएट आ रहे हैं, उन्हें ऑन द स्पॉट भी पास मिल जाएगा, बशर्ते अफसर मौजूद होना चाहिए। जो समय-समय पर सेक्रैट्रिएट आते रहते हैं, उन्हें मंथली पास भी दिया जा सकेगा। अप्वाइंटमैंट स्टेट पोर्टल-डब्लयूडब्लयूडब्लयू. चंडीगढ़.जीओवी.इन पर हासिल की जा सकती है। 

नए सिस्टम से पता चल जाएगा कहां है फाइल
प्रशासन ने ई-ऑफिस का फाइल मॉनीटरिंग सिस्टम भी लागू किया है। इसका फायदा यह होगा कि प्रशासन के अधिकारी किसी भी फाइल को ब्रांच या आफिस में पूरी तरह ट्रैक कर सकेंगे। नया सिस्टम अफसरों के लिए बहुत ही लाभदायक होगा। इससे न केवल पारदर्शिता आएगी बल्कि काम भी तेजी से होगा। फाइल किस जगह और क्यों पैंडिंग है अफसर यह भी पता लगा सकेंगे। महत्वपूर्ण फाइलों के लिए एस.एम.एस. अलर्ट भी जारी होगा। जो फाइलें अति महत्वपूर्ण हैं और गोपनीय हैं उन्हें टैग किया जाएगा और इनका अलर्ट और भी जल्दी मिलेगा। 

हमारा फोकस टैक्नोलॉजी का प्रयोग करना: बदनौर
यू.टी. सेक्रैट्रिएट की 5 हजार से ज्यादा फाइलों को डिजीटाइज किया जा चुका है। 100 से ज्यादा कर्मचारियों को इस संबंध में ट्रेनिंग दी गई है। प्रशासक व एडवाइजर के आफिस को भी इस प्रक्रिया में कवर किया गया है। इस मौके पर प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने कहा कि हमारा फोकस टैक्नोलॉजी का प्रयोग करना है। आम जनता का ध्यान रखना मकसद है। सरकार और आम लोगों के बीच कोई बैरियर नहीं होना चाहिए। इससे पहले आई.टी. इनीशिएटिव जिसमें ऑनलाइन आर.टी.आई., ऑनलाइन पब्लिक ग्रीवैंस को भी प्रशासन ने लागू किया है। राजभवन के ऑनलाइन ग्रीवैंस पोर्टल की तरह ही विजिटर पास सिस्टम से भी लोगों की शिकायतें कम होंगी। ग्रीवैंस पोर्टल को प्रभावी तरीके से लागू किया जा सकेगा। बदनौर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि प्रशासन ऐसे तौर तरीके अपना रहा है जिससे शहर के लोगों को लाभ होगा और प्रशासन का कामकाज प्रभावी होगा। 

सरकार व प्रशासन के करीब आ सकेंगे लोग : परिदा 
एडवाइजर मनोज कुमार परिदा ने कहा कि नए इनीशिएटिव से लोग सरकार और प्रशासन के करीब आ सकेंगे। उन्हें अफसरों से मिलने का मौका भी मिलेगा। डी.सी. आफिस, एम.सी. आफिस व चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड में भी यही तरीके लागू किए जाएंगे। लांच के मौके पर वनलाइन बिल्डिंग प्लान अप्रवूल सिस्टम के स्टेट्स पर भी बातचीत हुई। यह सहमति बनी कि प्रशासन बिल्ंिडगों का ऑनलाइन प्लान अप्रूवल सिस्टम लागू करेगा। यहां बता दें कि डिजीटल इंडिया प्रोग्राम के चौथे साल प्रशासन ने अपने इनीशिएटिव लागू किए। सभी राज्यों व यू.टी. में डिजीटल इंडिया, न्यू इंडिया-फोर ईयर्स ऑफ डिजीटल ट्रांसफर्मेशन कैंपेन चल रहा है। इस दौरान प्रशासन व आई.टी. के कई वरिष्ठ अफसर मौजूद रहे। 

bhavita joshi

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