नगर निगम की मीटिंग में यह प्रस्ताव हुए पास

punjabkesari.in Thursday, Jun 22, 2017 - 10:56 AM (IST)

पंचकूला(मुकेश) : पंचकूला नगर निगम की मेयर उपेंद्र कौर आहलुवालिया द्वारा बुधवार को हाऊस की मीटिंग बुलाई गई थी, ताकि शहर की डिवैल्पमैंट को लेकर जो प्रस्ताव तैयार किया गया है, उसे पास किया जा सके। इस मीटिंग में नगर निगम के कमिश्नर डा. शालीन समेत कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। यहां तक कि भाजपा के तीनों पार्षद और तीनों मनोनित पार्षद भी नहीं पहुंचे, लेकिन उसके बावजूद 15 पार्षद मीटिंग में पहुंचे। इनमें से 12 ने रजिस्टर पर हाजरी लगाई और तीन पार्षद सलीम, सतिंदर टोनी और विजय कुमार ने हाजरी लगाने से मना कर दिया। सुबह 10 बजे मीटिंग की प्रक्रिया शुरू की गई। 

 

अहम बात यह भी देखने को मिली कि जिस समय नगर निगम की मीटिंग चल रही थी, उसी समय नगर निगम के कमिश्नर डा. शालीन मीटिंग में न पहुंचकर मीटिंग स्थल से थोड़ी दूरी पर जैनेन्द्र गुरुकुल स्कूल में प्रदर्शनी एवं योग इन होलिस्टिक हैल्थ केयर विषय पर सेमीनार में बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्वलित कर रहे थे। 

 

यूं कहना बिल्कूल गलत नहीं होगा कि निगम कमिश्नर दीप प्रज्जवलित करते रह गए और मेयर ने मीटिंग बुलाकर 34 में से 30 एजैंडों को पार्षदों की समहती से पास भी कर दिया। हालांकि इस एजैंडे को अमल में लाना काफी मुश्किल होगा। लेकिन यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि बुधवार को मेयर की अध्यक्षता में हुई मीटिंग का औचित्य क्या रहा?

 

विपक्ष के बिना ही पास किया प्रस्ताव :
पंचकूला नगर निगम के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि नगर निगम के अधिकारियों और विपक्ष की मौजूदगी के बिना ही मेयर की ओर से मीटिंग बुलाकर शहर के विकास को मुख्य रखते हुए पार्षदों की सहमती से एजैंडा पास किया गया हो। 

 

हालांकि मेयर और मीटिंग में मौजूद पार्षद सही तर्क देते हुए दिखाई दिए कि शहर के विकास के लिए मीटिंग होना बहुत जरूरी थी, क्योंकि एजैंडा पास हुए बिना विकास नहीं हो सकता। नगर निगम की इस विवादित हाऊंस मीटिंग की बाकायदा वीडियो रिकार्डिंग भी करवाई गई है ताकि किसी भी तरह से यह असंवैधानिक न लगे और मीटिंग का हर पहलु और मीटिंग की हर प्रोसीडिंग को कैद किया जा सके। 

 

मैंने एम.सी. एक्ट के तहत ही मीटिंग बुलाई :
उपेन्द्र कौर आहलुवालिया ने कहा कि मैंने एम.सी. एक्ट के तहत ही मीटिंग बुलाई है। भाजपा नहीं चाहती कि शहर में विकास हो, इसीलिए अधिकारियों को किसी न किसी बहाने से मीटिंग से दूर रखते हैं। मेरा किसी अधिकारी से कोई विवाद नहीं है। मेरी लड़ाई है सिर्फ और सिर्फ शहर के विकास के लिए। जब तक मीटिंग नहीं होगी, तब तक शहर के लिए विकास के एजैंडे कैसे पास होंगे। एजेंडा पास नहीं होता को विकास कहां से हो पाएगा। 

 

नगर निगम अधिकारी व भाजपा वाले जितना मर्जी जोर लगा लगे, शहर की डिवेल्पमेंट के साथ मैं कोई समझौता नहीं करूंगी। मीटिंग के लिए नई प्रोसीडिंग बुल लगाई गई है और भी एजेंडे पास किए किए गए हैं, उन्हें इम्पलीमेंट करवाने के लिए संबंधित अधिकारियों व विभाग को भेजा जाएगा। 

 

हवा में मीटिंग और हवा में एजैंडा हुआ पास :
नगर निगम के डिप्टी मेयर ने कहा कि मेरी नजरों में यह मीटिंग बिलकुल ही असंवैधानिक है। हवा ंमं मीटिंग और हवा में एजैंडा पास किया गया है। यह तो ऐसी मीटिंग है जैसे घर में बैठकर चाय पीते हुए मीटिंग की गई हो। मीटिंग वहीं होती है जिसमें सरकारी अधिकारी और विपक्ष भी मौजूद हो। मेयर को मीटिंग बुलाने का कोई अधिकार नहीं है। जो भी एजेंडा हवा हवाई पास किया गया है उसे अमल में कौन लाएगा।

 

पार्षद रविकांत ने माइक पर सुनाई फोन की रिकार्डिंग :
नगर निगम के वार्ड नं. 13 से पार्षद रविकांत स्वामी ने मीटिंग हाल में लगे स्पीकर को ऑन कर अपने मोबाइल फोन की रिकार्डिंग भी सुनवाई। इसमें उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम को निगम ऑफिस से उन्हें फोन आया था और फोन करने वाले क्लर्क ने उन्हें मीटिंग नहीं होने के बारे में कहा था, लेकिन उन्होंने जवाब दिया था कि मीटिंग मेयर द्वारा बुलाई गई है और उसे कैंसिल करने का किसी को कोई अधिकार नहीं है। इस लिए लोकतंत्र का गला न घोटा जाए।

 

ये प्रस्ताव मीटिंग में हुए पास :

-पंचकूला के सैक्टर-23 स्थित डंपिंग ग्राऊंड को स्थानांतरित करने का मामला।

-शहर की जलापूर्ति के लिए दीवान वाला, बांसघाटी के पास सर्वे करवाकर सब सर्फेस डैम लगवाया जाए।

-हुडा द्वारा नगर निगम को जो  सैक्टर स्थानांतरित किए गए हैं उन सैक्टरों की सड़कों, स्ट्रीट लाइटों, पार्क व अन्य कार्य करवाने का मामला।

-नगर निगम के पास अपनी बिल्डिंग नहीं है। जहां निगम ऑफिस चल रहा है उसका चार लाख रुपए मासिक किराया दिया जा रहा है। निगम कार्यालय का निर्माण जल्द कराया जाए या सरकारी बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाए।

-सैक्टर-19 में रेलवे फाटक ज्यादातर बंद रहता है, इसलिए वहां पर अंडर पास बनवाना।

-शहर के सभी सैक्टरों की मार्किट्स में बने टॉयलेट्स की मुरम्मत करवाना।

-सभी कम्युनिटी सैंटरों में एक कमरा स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए लाइब्रेरी के लिए रखा जाए।

-एन.एच.आई.ए. सड़क निर्माण का काम कर रहा है। निर्माण के दौरान अपनी मर्जी से कोई भी गली, नाला, बस क्यू सैल्टर पाइप तोड़ देता है, जिससे आम -जनता को परेशानी होती है। एन.एच.आई.ए. अधिकारियों से बात की जाए।

-निगम निगम में सफाई कर्मचारियों की खाली पड़ी पोस्टों को जल्द भरा जाए।
 


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