लूट रहे शराब कारोबारी, पैलेस मालिक परेशान

Friday, Feb 07, 2020 - 12:20 PM (IST)

मोहाली(राणा) : मैरिज पैलेसों में विवाह आदि कार्यक्रमों में सर्व होने वाली शराब के खरीददारों से शराब कारोबारी रेट से अधिक कीमत वसूल करके लूट करने का मामला सामने आया है। शराब माफिया की इस लूट के साथ अधिकतर पंजाब के मैरिज पैलेस मालिक प्रभावित हो रहे हैं।

जिनका बड़ा नुकसान हो रहा है। वीरवार मोहाली प्रेस कल्ब में प्रैस कांफ्रेंस को संबोधन करते हुए पंजाब मैरिज पैलेस एंड रिजौटर्स एसोसिएशन के प्रधान सुखदेव सिंह सिद्धू, हरमेल सिंह धालीवाल, रमन खन्ना तथा जे.एस. रिखी ने उक्त जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शराब के मामले में हो रही लूट संबंधी एसोसिएशन ने एक्साईज एंड टैक्सेशन कमिशनर पंजाब को शिकायत दी है। जिसमें उन्होंने शराब के दो रेटों बारे जानकारी देते यह लूट बंद करवाने की मांग की है।

हर वर्ष शराब परोसने के लिए सरकार को देते हैं 50 हजार रुपए टैक्स :
सिद्धू ने आरोप लगाते हुए कहा कि पैलेस मालिक अपने पैलेसों में शराब सर्व करने के प्रत्येक वर्ष 50 हजार रुपए टैक्स सरकार को देते हैं परंतु इसके बावजूद भी मालिकों को लड़ाई-झगड़े का शिकार होना पड़ता है क्योंकि शराब कारोबारियों के करिंदे पैलेस मालिकों को दूसरे ठेके की शराब सर्व करने से रोकते हैं। 

ऐसा करना पैलेस मालिकों के लिए मुश्किल होता है। उन्होंने मांग की पंजाब सरकार अपनी नई एक्साईज पॉलिसी घोषित करते समय पर मैरिज पैलेस मालिकों को आ रही समस्याओं का विशेष ध्यान रखे। सरकार नई एक्साईज पॉलिसी में इस बात को सुनिश्चित करे कि विवाह शादियों के लिए कोई भी व्यक्ति शराब किसी भी ठेके से खरीद सकता है।

खुद करने लगते हैं चैकिंग :
एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि जब किसी भी व्यक्ति की ओर से मैरिज पैलेस में शादी समारोह तथा अन्य पार्टी करवाने के लिए शराब सर्व की जाती है, तो प्रोग्राम में आकर शराब माफिया के प्राईवेट व्यक्ति लड़ाई-झगड़ा करते हैं क्योंकि वह शराब उनसे नहीं खरीदी जाती। उन्होंने बताया कि शराब माफिया के प्राईवेट व्यक्ति शराब के जिस रेट पर गोदाम से शराब की पेटियां खरीदने की बात करते हैं, वहां शराब का रेट 40 से 50 प्रतिशत ज्यादा होता है जबकि दोनों रेट पंजाब के ही होते हैं। 

प्रधान सिद्धू ने कहा कि शराब का इतना ज्यादा रेट जहां प्रोग्रम करवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जेब पर भारी असर डालता है, साथ ही मैरिज पैलेस मालिकों की भी भारी बदनामी करवाता है जबकि किसी भी शराब के ठेकेदार के कारिंदों को कोई अधिकार नहीं कि वह मैरिज पैलेस में जाकर चैकिंग करें। इस के बावजूद भी एक्साईज विभाग की ओर से पैलेस मालिकों की जिम्मेवारी फिक्स करने की बात की जाती है।

उन्होंने कहा कि पैलेस मालिक की जिम्मेवारी सिर्फ शराब क्का लाईसैंस चैक करना है परंतु ग्राहक ने शराब किस ठेके से खरीदी है, इसमें उनकी कोई जिम्मेवारी नहीं बनती। शराब माफिया की ग्राहक को जबरदस्ती अपने ठेके अथवा गोदाम से शराब खरीदने के लिए कहा जाता है। उन्होंने बताया कि पंजाब में शराब के ठेके से यदि अग्रेंजी शराब की पेटी 30 हजार रुपए में मिलती है तो सिंडिकेट उस पेटी के 42 हजार रुपए से भी अधिक वसूल करती है। 

Priyanka rana

Advertising