मनीमाजरा के व्यक्ति ने 50 वर्षीय पत्नी के अंग किए दान

Wednesday, Mar 18, 2020 - 10:36 AM (IST)

चंडीगढ़(साजन) : मनीमाजरा के धर्मपाल ने अपने परिवार के एक सदस्य से मोटीवेशन लेते हुए अपनी 50 साल की पत्नी के अंग अन्य बीमार लोगों की जिंदगी बचाने के लिए दान कर दिए। रोटो (नार्थ) के नोडल अफसर प्रो. विपिन कौशल ने बताया कि धर्मपाल के परिवार के लिए 11 मार्च का दिन एक आम आदमी की दिनचर्या की तरह शुरू हुआ लेकिन इस दिन का उसकी जिंदगी में दुखद अंत हुआ जिसने उन्हें व परिजनों को हिला कर रख दिया। 

धर्मपाल और उनकी पत्नी रेखा टू व्हीलर पर पास किसी जगह पर जा रहे थे। एक तेज गति की कार ने उन्हें हिट किया जिससे दोनों टू व्हीलर से नीचे जा गिरे। धर्मपाल को तो इस एक्सीडैंट में छोटी मोटी चोटें लगी लेकिन उनकी पत्नी सड़क पर गिरते ही बेहोश हो गई। उनके सिर में गंभीर चोटें लगी।

रेखा तो तुरंत ही मनीमाजरा के सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें पी.जी.आई. रैफर कर दिया गया। लेकिन किस्मत में इससे भी बुरा लिखा था। रेखा की जिंदगी को डाक्टर नहीं बचा सके। 14 मार्च को रेखा जिंदगी की जंग हार गई और कार्डियक अरैस्ट से उनकी डैथ हो गई। 

रेखा के करीबी रिश्तेदार रवि कपूर जो डेराबस्सी से थे ने परिजनों को आर्गन डोनेशन के कांसेप्ट बारे समझाया। उन्हें विश्वास दिलाया कि किसी दूसरे को उनके अंग मिलेंगे तो एक तरह से रेखा उनमें जिंदा रहेगी। धर्मपाल ने ऐसे मुसीबत वाले समय में खूब हौसला दिखाया और अंगदान करने की हामी भर दी। 

रेखा उन मरीजों में जिंदा दिखती रहेगी : धर्मपाल
धर्मपाल ने कहा कि अपनी जीवन संगिनी को खोना बहुत ही दुखद था और इससे पूरा परिवार टूट गया लेकिन अंगदान के जरिए रेखा उन मरीजों में जिंदा दिखती रहेगी जिन्हें उसके अंगदान होंगे व नई जिंदगी मिलेगी। किसी दूसरे परिवार को जिंदगी और जबरदस्त राहत मिलेगी।

डिपार्टमैंट आफ रीनल ट्रांसप्लांट सर्जरी के हैड डा. आशीष शर्मा ने बताया रेखा की एक किडनी को निकाल कर जरूरतमंद के लिए जमीन तय कर दी। इससे एक नए मरीज को जिंदगी मिली। उस मरीज को लंबे समय से चल रहे डायलेसिस से नहीं जूझना पड़ेगा। वर्ष 2011 के बाद यह कार्डियक अरैस्ट के बाद 15 वां डोनेशन केस था। 

Priyanka rana

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