एकम हत्याकांड : गुरुद्वारे के मैनेजर और सेवादार ने सीरत को पहचानने से किया इन्कार

Friday, Mar 15, 2019 - 10:42 AM (IST)

मोहाली (कुलदीप): एकम ढिल्लों हत्याकांड संबंधी कोर्ट में वीरवार को हुई सुनवाई दौरान गुरुद्वारा अंब साहिब के मैनेजर जगीर सिंह और सेवादार की गवाही हुई। दोनों ने केस की मुख्य आरोपी सीरत ढिल्लों को पहचानने से इन्कार कर दिया। 

 

उन्होंने अदालत में कहा कि उन्होंने उस दिन कपड़ों वाला सूटकेस तो देखा था, लेकिन उस सूटकेस को वहां कौन फैंक कर गया, उसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। बताने योग्य है उस दिन फेज-8 स्थित गुरुद्वारा अंब साहिब के नजदीक से एक सूटकेस मिला था, जिसे बाद में जला दिया गया था। 

 

पुलिस को जब उस सूटकेस के बारे में पता चला तो पुलिस ने गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर व सेवादार को भी गवाहों में शामिल किया था। अब दोनों गवाहों ने सीरत को पहचानने से इंकार कर दिया है। अदालत ने केस की सुनवाई की अगली तारीख 3 अप्रैल निश्चित कर दी है।

 

सीरत की मां संबंधी रिपोर्ट नहीं की पेश
यह बात भी ध्यान देने योग्य है कि पुलिस द्वारा इस केस की जांच के लिए बनाई गई एस.आई.टी. की ओर से सीरत ढिल्लों की माता व एक अन्य व्यक्ति को इस केस में नामजद करने या उन्हें क्लीन चिट देने संबंधी भी कोई रिपोर्ट अभी तक अदालत में पेश नहीं की है।

 

100 पन्नों का किया था चालान पेश
बतानेयोग्य है कि मार्च 2017 में एकम ढिल्लों की लाश को ठिकाने ले जा रही उसकी पत्नी सीरत ढिल्लों का भेद उस समय खुल गया था जब वह लाश वाला सूटकेस अपनी बी.एम.डबल्यू. कार में रखने के लिए किसी ऑटो चालक की मदद मांग रही थी। 

 

जैसे ही ऑटो चालक को पता चला तो उसने पुलिस को सूचित कर दिया था और सीरत फरार हो गई थी। उसके बाद उसने 10 अप्रैल को पुलिस के पास आत्मसमर्पण कर दिया था। उस उपरांत पुलिस ने 15 जून को इस केस में 100 पन्नों का चालान भी पेश कर दिया था। केस की सुनवाई जिला अदालत में चल रही है।


 

pooja verma

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