एस.सी. व्यक्ति का सिंघू बॉर्डर पर हाथ-पैर काटकर कत्ल, तालिबानी बर्बता जैसा

Friday, Oct 15, 2021 - 08:22 PM (IST)

चंडीगढ़, (शर्मा): राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन ने कहा कि जिस बेरहमी से सिंघू बॉर्डर पर एक एस.सी. व्यक्ति का हाथ काटकर, टांग तोड़कर कत्ल किया गया, वह एक तालिबानी कार्रवाई है। लखबीर सिंह की हत्या के वायरल वीडियो देखने के बाद लगता है सिंघू बॉर्डर पर बैठे आंदोलनकारियों/किसान संगठनों के कार्यकत्र्ताओं को कानून का कोई डर नहीं है। गलती कितनी भी बड़ी हो, पर किसी को आरोपी को जान से मारने का हक नहीं।

 

वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है सिंघू बॉर्डर के मंच के पास के इस पंजाब के एस.सी. व्यक्ति को मारने के बाद उलटा लटकाया हुआ है। यह कोई साधारण मंच नहीं बल्कि इस आंदोलन का मुख्य मंच है, जहां पर 24 घंटे किसान संगठनों के प्रमुख नेता/कार्यकत्र्ता सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं। हैरानी की बात कि उसी मंच के पास उसको मारा गया, मारकर लाया गया और फिर रस्सी से बांधकर उलटा लटकाया गया और किसान संगठनों के कार्यकत्र्ताओं को इसका पता नहीं चला। छोटी-छोटी बातों पर तुरंत प्रैस बयान/टी.वी. पर बोलने वाले संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को इस दलित की हत्या पर टिप्पणी करने के लिए कई घंटों बाद शाम को 3 बजे पत्रकारवार्ता करने का समय लगा। प्रैस कांफ्रैंस में किसान नेताओं ने माना कि तरनतारन का रहने वाला एस.सी. दलित लखवीर उनके साथ रहता था।

अगर इतनी जानकारी है तो उसकी बेरहमी से मारे जाने की घटना की बाकी जानकारी क्यों नहीं है। शायद तरनतारन का रहने वाला लखवीर अनुसूचित जाति भाईचारे से संबंधित था, इस कारण संयुक्त किसान मोर्चा सम्मिलित बाकी पंजाब किसान संगठनों का इसका दर्द नहीं है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए हरियाणा पुलिस के डी.जी.पी. से तुरंत बात कर दोषियों की गिरफ्तारी का आदेश दिया। 
 

ashwani

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