ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी बनवाना हुआ महंगा, जानिए अब देने होंगे कितने पैसे

Tuesday, Mar 07, 2017 - 07:47 PM (IST)

चंडीगढ़: चंडीगढ़ में अब लाइसेंस बनवाने के साथ-साथ गाड़ियों की आरसी बनवाना भी महंगा हो गया है। केंद्र सरकार के निर्देशों पर यूटी प्रशासन ने ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ी की आरसी बनवाने के रेट बढ़ा दिए हैं। रजिस्ट्रिंग एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी (आरएलए) ने नए रेट 2 मार्च से लागू कर दिए हैं। जिसके मुताबिक लर्निंग लाइसेंस पहले से पांच गुना महंगा हो गया है। वहीं फोर व्हीलर के लिए रजिस्ट्रेशन फीस पहले 200 रुपए लगती थी जिसे बढ़ाकर 600 रुपए कर दिया गया है। हालांकि टू व्हीलर के लिए रजिस्ट्रेशन फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।


सबसे ज्यादा असर बाहर से इम्पोर्ट हुए व्हीकल्स की रजिस्ट्रेशन पर पड़ा है। इम्पोर्टेड फोर व्हीलर पर पहले 800 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस लगती थी जो अब बढ़ाकर 5000 रुपए कर दी गई है। वहीं इम्पोर्टेड टू-व्हीलर के लिए पहले 200 रुपए लगते थे और अब 2500 रुपए लगेंगे।

 

मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज ने 29 दिसंबर 2016 को सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स में संशोधन किया था और डीएल और आरसी की फीस बढ़ा दी थी।
कई राज्यों ने नई दरों को पहले ही लागू कर दिया और चंडीगढ़ प्रशासन ने इन रूल्स को अब एडॉप्ट किया है।

 

ड्राइविंग स्कूल की लाइसेंस फीस 4 गुना बढ़ी : 
नए रेट का सबसे ज्यादा असर ड्राइविंग सिखाने वाले स्कूलों पर पड़ रहा है। ड्राइविंग स्कूलों को अभी तक नया लाइसेंस बनवाने या रिन्यू करवाने के लिए 2500 रुपए का खर्च होता था। अब इसके लिए 10 हजार रुपए फीस तय कर दी गई है। इतना ही नहीं इन्हें डुप्लीकेट लाइसेंस के लिए 2500 रुपए के बजाय 5000 रुपए देने होंगे।

 

इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट अब 1 हजार में : 
नए रेट का असर उन लोगों पर भी पड़ेगा जो विदेश में गाड़ी चलाने के लिए यहीं से लाइसेंस बनवाते हैं। पहले इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट के लिए 500 रुपए फीस लगती थी जिसे बढ़ाकर एक हजार रुपए कर दिया गया है। सेंटर गवर्नमेंट के आदेशों के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने यह रेट बढ़ाए हैं।


 

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