...तो इस वजह से प्रशासन ने कलाग्राम में बंद करवाया माघी मेला

Sunday, Jan 21, 2018 - 10:12 AM (IST)

चंडीगढ़(राय) : कलाग्राम में जारी माघी मेला चंडीगढ़ प्रशासन ने शुक्रवार देर रात बंद करवा दिया। बताया जा रहा है कि मेले के आयोजकों ने फायर विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लिया था जिस कारण यह कार्रवाई की गई। 

 

संबंधित अधिकारियों का कहना है कि पहले यहां मेला लगाने की अनुमति जिला मैजिस्ट्रेट कार्यालय द्वारा दी गई थी। जिला मैजिस्ट्रेट को जब मनीमाजरा फायर स्टेशन के स्टेशन फायर ऑफिसर ने जानकारी दी कि उनसे अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं लिया है तो जिला मैजिस्ट्रेट कार्यालय ने इसके लिए दी गई अनुमति वापस ले ली और कार्रवाई करते हुए मेला बंद भी करवा दिया। 

 

यू.टी. के संबंधित अधिकारी का कहना था कि उन्होंने इसके लिए शहर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया था व देर रात तहसीलदार इंदरपाल ने पुलिस की मदद से उत्सव रुकवाया। मेला 10 जनवरी को शुरू हुआ और 26 जनवरी तक चलना था। सूत्रों के अनुसार जिला मैजिस्ट्रेट कार्यालय से तो मेला बंद करवाने के आदेश गत 15 जनवरी को ही जारी हो गए थे पर कुछ मिलीभगत से मेला 19 शाम तक चलता रहा। 

 

जिला मैजिस्ट्रेट के आदेशों में साफ कहा है कि मेले में आगजनी आदि की घटना से निपटने के लिए व्यापक प्रबंध न होने व नियमों का पालन न करने के कारण मेले के लिए दी गई अनुमति वापस ली जाती है। आदेश में कहा गया कि मेले में जो स्टाल लगे हैं उनका छतों पर अग्नि सुरक्षा उपायों के उपकरण नहीं हैं, गेट आकार भी अग्नि सुरक्षा नियमों को देख कर नहीं बनाया गया है व इसमें से अग्निशमन वाहन प्रवेश ही नहीं कर सकते। 

 

जिला मैजिस्ट्रेट ने स्टेशन फायर ऑफिसर मनीमाजरा की रिपोर्ट का हवाला देकर इन्हें मेला चलाने की दी गई अनुमति रद्द कर दी। अतिरिक्त जिला मैजिस्ट्रेट राजीव गुप्ता ने कहा कि उन्हें मनीमाजरा के स्टेशन फायर ऑफिसर से पत्र मिला था कि उनसे इस मेले के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई है और वहां कोई अग्नि सुरक्षा व्यवस्था भी नहीं है। घटना के आयोजक राहुल ने कहा कि उन्हें 17 लाख रुपए का भारी नुक्सान होगा। उनका कहना था कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं थी फिर भी उन्होंने हर प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की थी। 
 

Advertising