बंदरो के आतंक से आफत में जान, घर में सो रही युवती और...

Wednesday, Sep 28, 2016 - 10:29 AM (IST)

चंडीगढ़ (कुलदीप): सैक्टर-7-सी में बंदरों ने आतंक मचा रखा है। बंदरों द्वारा सामान लेकर भागने और परेशान करने की लगातार शिकायतें सामने आती रही हैं, लेकिन मंगलवार सुबह बंदरों ने हद कर दी जब कमरे में सो रही एक युवती पर हमलाकर उसका एक हाथ व पैर तोड़ दिया। चिखने-चिल्लाने की आवाज सुन साथ में रह रही लड़कियां उसे अस्पताल लेकर गई, जहां इलाज के बाद उसे घर भेज दिया गया। बंदरों के हमले में घायल युवती देर शाम तक सहमी हुई थी। 

सूचना मिलने के बाद ‘पंजाब केसरी’ टीम ने भी सैक्टर-7 का दौरा किया और प्रिया से उसकी आप बीती सुनी, गंभीर घायल प्रिया ने बताया कि वह सैक्टर-26 के श्री गुरु गोबिंद सिंह खालसा कॉलेज से एम.एस.सी. की पढ़ाई कर रही है और 15 दिन पहले सैक्टर-7 सी में रहने आई है। सुबह 6 बजे वह अपने रूम में सो रही थी कि 2 बंदरों ने विंडो पर हाथ मारे। इसी दौरान नींद खुलने पर पहले बंदरों को करीब देखकर घबराई, लेकिन बाद में दौड़कर खिड़की बंद करने की कोशिश की। 

इसी बीच एक बंदर ने जोर का धक्का दिया और दोनों बंदर कमरे के अंदर आ गए। वह घबराकर बाहर भागी पर बाहर पहले से मौजूद करीब 10 बंदरों ने उस पर हमला बोल दिया। बंदरों ने उनको नीचे गिराकर पीटा। किसी तरह से जान बचाकर वह पहली मंजिल तक पहुंची जहां से चीखने-चिल्लाने की आवाज सुन मकान मालिक गुरचरन व अन्य पड़ोसी भी भागकर आए और बंदरों को भगाया। प्रिया को हॉस्पिटल में बेहोशी की हालत में पहुंचाया गया। बंदरों ने उनके हाथ व पैर में फैक्चर करने के अलावा पैर, हाथ में नाखुनों से जख्म कर दिए हैं । 

2 साल पहले आए थे बंदर भगाने
गुरचरण ने बताया कि बंदरों का आतंक कुछ समय से काफी बढ़ गया है, जबकि बंदरों को भगाने वाले 2 वर्ष पहले आए थे। अब उसने शिकायत करने पर पिछले 2 सालों से एक ही जवाब मिलता है कि विभाग जल्द ही बड़ा जाल खरीद रहा है। वहीं, पुलिस को कॉल करने पर जवाब मिलता है कि पुलिस का काम अपराधियों को पकडऩा है बंदरों को नहीं। इसका खमियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। आए दिन बंदर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं और आतंक मचा रहे हैं।

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