वकीलों की हड़ताल का हुआ हल : एस.पी. रमनदीप भुल्लर, सी.आई.ए.ए. इंचार्ज रमन कंबोज व सीनियर कांस्टेबल हरबंस गिरफ्तार
punjabkesari.in Wednesday, Sep 27, 2023 - 10:14 PM (IST)

चंडीगढ़,(रमनजीत): पंजाब पुलिस के श्री मुक्तसर साहिब जिले की पुलिस की ओर से अपने मुवक्किल की पैरवी करने गए वकील के साथ किए गए अमानवीय अत्याचार, मारपीट व अश्लील कृत्य के खिलाफ पंजाब, चंडीगढ़ व हरियाणा के वकीलों की गई हड़ताल ने अपना असर दिखा दिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, एडवोकेट जनरल, डी.जी.पी. व अन्य अधिकारियों के साथ पंंजाब व हरियाणा बार एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल की हुई बैठक के बाद आरोपी पुलिस सुपरिटैंडैंट (डिटैक्टिव) रमनदीप सिंह भुल्लर, सी.आई.ए. इंचार्ज रमन कुमार कंबोज व सीनियर हैड कांस्टेबल हरबंस सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही, ब्यूरो ऑफ इन्वैस्टीगेशन के चीफ लक्ष्मीकांत यादव के आदेश पर श्री मुक्तसर साहिब के इस घटनाक्रम से जुड़ीं दोनों एफ.आई.आर. की जांच के लिए लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू की अगुवाई में स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम का गठन कर दिया गया है, जिसकी निगरानी ए.डी.जी.पी. इंटैलीजैंस जसकरण सिंह करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में श्री मुक्तसर साहिब के एस.एस.पी. हरमनबीर सिंह गिल और सुपरवाइजिंग ऑफिसर आई.जी. अजय मलूजा को ट्रांसफर करने पर भी सहमति बन गई है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रधान जी.बी.एस. ढिल्लों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि पंजाब व हरियाणा बार कौंसिल के चेयरमैन अशोक सिंगला, मुक्तसर साहिब बार के प्रधान व अन्य पदाधिकारी मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में मौजूद थे। उसमें हमने वकीलों की तरफ से मांग रखी थी कि जो हमारे वकील साथी पर अत्याचार करने के आरोपी पुलिस अधिकारी हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए और इस पुलिसिया अत्याचार की निष्पक्ष जांच की जाए, जिसके बाद इस पर सहमति बनी और भरोसा दिया गया कि जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हमें कन्फर्म भी हो गया है कि उक्त 3 पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वकीलों के कामकाज को शुरू करने के बारे में ढिल्लों ने कहा कि कामकाज शुरू करने का फैसला जनरल हाऊस लेगा। वहीं, बार कौंसिल के चेयरमैन अशोक सिंगला ने बताया कि अदालतों में कामकाज पर लौटने का फैसला ले लिया गया है और वीरवार को सभी अदालतों में वकील रोजाना की तरह कामकाज करेंगे।
उधर, श्री मुक्तसर साहिब के पुलिस स्टेशन सिटी में वकील के खिलाफ दर्ज एफ.आई.आर. नंबर 153 और बाद में सी.जे.एम. के आदेश पर थाना सदर में दर्ज एफ.आई.आर. नंबर 145 की जांच का जिम्मा लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू को सौंपा गया है। सिद्धू मामले की जांच करने वाली उस एस.आई.टी. के मुखिया लगाए गए हैं, जिसमें डी.सी.पी. हरमीत सिंह हुंदल, ए.डी.सी.पी. सोहैल कासिम मीर व एस.पी. पलविंद्र सिंह चीमा को शामिल किया गया है। एस.आई.टी. के गठन का आदेश जारी करते हुए ब्यूरो ऑफ इन्वैस्टीगेशन के चीफ लक्ष्मीकांत यादव ने कहा है कि एस.आई.टी. को जल्द दोनों मामलों व पूरे घटनाक्रम के संबंध में इन्वैस्टीगेशन करके अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। इस एस.आई.टी. के कामकाज की निगरानी ए.डी.जी.पी. इंटैलीजैंस जसकरन सिंह करेंगे।
ध्यान रहे कि श्री मुक्तसर साहिब की अदालत में प्रैक्टिस करने वाले वकील के खिलाफ 15 सितम्बर को उस वक्त सरकारी कामकाज में विघ्न डालने व वर्दी फाडऩे जैसे आरोप लगाकर केस दर्ज किया गया था, जब वह अपने एक क्लाइंट के केस के संबंध में सी.आई.ए. मुक्तसर पहुंचा था। आरोप है कि उसके साथ न सिर्फ बुरी तरह मारपीट की गई, जिससे उसके जिस्म पर 18 चोटों के निशान पता चले, बल्कि उसके साथ अमानवीय कृत्य करते हुए अश्लीलता की हदें पार की गईं और वीडियो भी बनाई गई ताकि उसकी जबान दबाई जा सके। बाद में वकील ने जेल से सी.जे.एम. को लिखे पत्र के बाद मामले ने तूल पकड़ा, लेकिन खाकी वर्दी की धौंस दिखाते हुए पुलिस ने सी.जे.एम. के आदेश के बावजूद भी एफ.आई.आर. दर्ज करने में आनाकानी की थी, जिसके बाद पंजाब व हरियाणा बार एसोसिएशन को दखल देते हुए दोनों राज्यों में हड़ताल का ऐलान करना पड़ा था।