PCA मोहाली से 3 गुना बड़ा होगा यह क्रिकेट स्टेडियम, दर्शकों को मिलेगी यह सुविधा

punjabkesari.in Tuesday, May 16, 2017 - 12:17 PM (IST)

चंडीगढ़ (संघी): पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से मुल्लांपुर के निकट अपने नए क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण कार्य को गति देनी शुरू कर दी है। इस आधुनिक स्टेडियम की आधारशिला गत 16 जनवरी को रखी गई थी व इसके पहले चरण का निर्माण कार्य 3 साल में पूरा कर इसमें वर्ष 2020 की शुरूआत होते ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मैचों का आयोजन शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। स्टेडियम का निर्माण इंगलैंड के लॉर्ड्स मैदान की तर्ज पर किया जा रहा है।इस निर्माणाधीन स्टेडियम का सोमवार को मीडिया कर्मियों ने दौरा किया। 

 

वहां लगभग 100 मजदूर निर्माणकार्य में जुटे पाए गए। नए स्टेडियम के परियोजना निदेशक बी.के. बस्सी ने बताया यह स्टेडियम 38 एकड़ भूमि पर निर्मित किया जा रहा है। स्टेडियम के लिए भूमि 2 गांवों तोगा व तीरा से खरीदी गई है। यह स्टेडियम चंडीगढ़ की सीमा से करीब साढ़े 4 किलोमीटर दूर आनंदपुर जाने वाली सड़क पी.आर.-4 पर बनाया जा रहा है। इस स्टेडियम की चारदीवारी का कार्य पूरा हो चुका है व अब पैवेलियन सहित दर्शक ब्लॉक का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। इसमें एक साथ 3 मैदान बनाए जा रहे हैं। इनमें से एक मुख्य मैदान होगा जबकि 2 मैदान अभ्यास मैचों के लिए होंगे।

 

दो चरणों में पूरा होगा निर्माण कार्य : स्टेडियम का निर्माणकार्य दो चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में करीब 150 करोड़ की लागत से मुख्य मैदान तैयार करने सहित खिलाडिय़ों का ड्रैसिंग रूम बनाने सहित दर्शकों के बैठने के लिए स्टैंड बनाने का कार्य पूरा किया जाएगा। दूसरे चरण में क्रिकेट अकादमी की स्थापना करने सहित 2 नए खेल मैदान बनाए जाएंगे।

 

आई.एस. बिंद्रा पी.सी.ए. स्टेडियम से यह होगा भिन्न :यह नया स्टेडियम को एसोसिएशन के पहले से मोहाली में स्थित आई.एस. बिंद्रा पी.सी.ए. स्टेडियम बिल्कुल अलग होगा। मौजूदा स्टेडियम मात्र 13.56 एकड़ भूमि पर ही बना है। जबकि यह नया स्टेडियम उससे करीब 3 गुना बड़ा होगा। मौजूदा स्टेडियम में खिलाडिय़ों के डै्रसिंग रूम साऊथ पैवेलियन में स्थित हैं लेकिन अब डै्रसिंग रूम का निर्माण इंगलैंड के लॉर्डस मैदान की तरह साऊथ पैवेलियन के दाहिनी ओर बनाया जाएगा। जबकि कार्पाेरेट बॉक्स इस पैवेलियन के बाई तरफ होंगे। मीडिया बॉक्स नॉर्थ पैवेलियन में बनेगा व इसमें मौजूदा स्टेडियम के मुकाबले मीडिया के लिए बैठने की क्षमता लगभग दोगुनी बनाई जाएगी।


 

मुख्य मैदान में होगी 7 पिचें 
मुख्य मैदान में 7 पिच बनाने का प्रावधान किया है। इनमें से 4 पिच काली मिट्टी व 3 पिच लाल मिट्टी से बनाई जाएंगी। लाल मिट्टी विशेष रूप से महाराष्ट्र से मंगवाई जाएगी। लाल मिट्टी की पिचें बनाए जाने के संबंध में यह तर्क दिया है कि उत्तरी भारत के खिलाड़ी काली मिट्टी की पिचों पर ही खेलने से परिचित हैं लेकिन पश्चिम भारत में लाल मिट्टी की पिचें होने के कारण उन्हें वहां जाकर खेलने में कठिनाई होती है। ऐसे में इस बात के मद्देनजर ही ऐसा किया जा रहा है। मैदान में पानी की निकासी की व्यवस्था ऐसी की जा रही है कि भारी बारिश के बावजूद भी करीब आधे घंटे में ही मैदान को पूरी तरह सुखाया जा सकेगा।

 

38 हजार दर्शकों के बैठने की होगी क्षमता 
इस मैदान में दर्शकों के बैठने की क्षमता करीब 38 हजार होगी। इसकी मुख्य विशेषता यह होगी कि स्टेडियम में ही दर्शकों को अपने वाहन पार्क करने की सुविधा दी जाएगी। स्टेडियम में एक साथ करीब 1600 कारें पार्क की जा सकेंगी। इस स्टेडियम में भी तैराकी व क्लब हाऊस की सुविधा भी उपलब्ध होगी।

 

कई कठिनाइयों का सामना करने के बाद नया स्टेडियम बनाने पर होना पड़ा विवश 
बस्सी ने बताया कि मोहाली स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय मैच आयोजित करवाने में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन को विगत वर्षों में आती रही कठिनाइयों के कारण ही इस नए स्टेडियम का निर्माण करवाने पर उसे विवश होना पड़ा है। मोहाली स्टेडियम का निर्माण वर्ष 1991 में शुरू किया गया था। तब स्टेडियम के आसपास न तो कोई आवास था और न ही कोई मार्कीट थी लेकिन अब यह स्टेडियम पूरी तरह आवासीय क्षेत्र व वाणिज्यिक गतिविधियों से घिर चुका है। इस कारण स्टेडियम आने वाले दर्शकों को न केवल वाहन पार्क करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, बल्कि क्षेत्र के निवासियों को भी सुरक्षा कारणों से असुविधा होने लगी है। यहां तक कि लोगों को काफी देर तक जाम का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि स्टेडियम में ऑडियो सिस्टम का रात्रि मैचों के दौरान प्रयोग करने में भी समस्या आ रही है। लेकिन नए स्टेडियम में ऐसी कोई कठिनाई नहीं आएगी।

 

नए स्टेडियम के इर्द-गिर्द न तो कोई आवासीय क्षेत्र होगा और न आसपास कोई मार्कीट। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने स्टेडियम के निर्माण के लिए सभी विभागों से आवश्यक स्वीकृतियां पहले ही प्राप्त कर ली हैं। बस्सी ने दावा कि यह नया स्टेडियम देश का सर्वश्रेष्ठ होगा, जिसे आने वाले करीब 25 वर्षों में महसूस करने वाली आवश्यकताओं को सामने रखकर बनाया है। यहां तक कि खिलाडिय़ों के ड्रैसिंग रूम में जिम तक का भी प्रावधान किया जा रहा है। कृत्रिम रोशनी में मैच आयोजित करवाने के लिए आवश्यक 2200 लक्स रोशनी आवश्यक होने का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है जबकि अभी तक स्टेडियमों में 1600 से 1800 लक्स तक की रोशनी के ही प्रबंध हैं।

 

इस स्टेडियम में प्रवेश करने के 16 द्वार होंगे, जिनमें से एक द्वार केवल खिलाडिय़ों के लिए आरक्षित होगा। इन गेट्स को इस तरीके से बनाया जा रहा है कि मैच खत्म होने के बाद लोगों को अपने वाहन बाहर ले जाने में किसी भी तरह की न तो परेशानी हो, न ही जाम का सामना करना पड़े। स्टेडियम में बिजली का प्रयोग मुख्यत: सोलर पैनल से ही होगा जबकि सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट भी उसका अपना होगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News