अब महिला कोच में सफर करने वाले पुरुषों की खैर नहीं...

Wednesday, May 09, 2018 - 10:29 AM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : रेल मंत्री की ओर से वर्ष-2018 को महिला सुरक्षा व जागरूकता के रूप में मनाने की घोषणा के बाद आर.पी.एफ. ट्रेनों के महिला कोच में बैठे किसी भी पुरुष यात्री को नहीं बख्श रही है। चंडीगढ़ आर.पी.एफ. ने भी मंगलवार को चंडीगढ़-अम्बाला तथा नंगल डैम ट्रेन के महिला कोच में बैठे 4 पुरुष यात्रियों को पकड़ कर रेलवे एक्ट-162 के तहत कार्रवाई की। 

इसके अलावा आर.पी.एफ. के 5 जवान हर ट्रेन में महिला कोच में महिलाओं को हैल्प लाइन नंबर बता रहे हैं तथा कोई भी पुरुष कोच में बैठने की जानकारी देने का आग्रह कर रहे हैं। आर.पी.एफ. ने पिछले एक सप्ताह में 15 से अधिक लोगों का चालान किया है। यह लोग महिला कोच में सफर करते हुए पकड़े गए। 

टिकट भी होगा जब्त :
महिला कोच में बैठकर सफर करने वाले व्यक्ति के पकड़े जाने पर उसका टिकट जब्त कर लिया जाएगा। साथ ही 500 रुपए जुर्माना तथा 1 माह कैद की सजा का प्रावधान है।  पुलिस को पकड़े गए व्यक्ति को कोच से भी उतारने का अधिकार दिया गया है। 

लंबे रूट की सभी ट्रेनों में लगे महिला कोच :
रेलवे की ओर से महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चंडीगढ़ से जाने वाली सद्भावना, ऊंचाहार, जयपुर इंटरसिटी, चंडीगढ़-अम्बाला तथा नंगल डैम पैसेंजर, यशवंतपुर तथा कालका मेल में महिला कोच लगाए गए हैं, ताकि महिलाएं आसानी से सफर कर सकें। अधिकारियों का कहना है कि इस कोच में महिला के साथ उसका 14 साल से कम उम्र का बच्चा भी सफर कर सकता है। 

आर.पी.एफ. के पास महिला स्टाफ नहीं :
आर.पी.एफ. की ओर से भले ही महिला कोचों में जाकर महिलाओं को हैल्प लाइन के बारे में जानकारी दी जा रही है लेकिन आर.पी.एफ. के पास महिला स्टाफ उपलब्ध नही है, जिसके कारण महिला कोच में भी पुरुषों को जाकर महिलाओं को जागरूक करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के आर.पी.एफ. थाने के पास सिर्फ एक महिला पुलिस कर्मी है। 

Punjab Kesari

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