मुल्लांपुर में बनेगा 1000 करोड़ का हॉस्पिटल, ब्रिटेन में हुआ समझौता

Saturday, Nov 14, 2015 - 11:16 AM (IST)

चंडीगढ़। सिटी ब्यूटिफुल को पीजीआई के बाद अब एक और बड़ा हॉस्पिटल मिलने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान हुए एक समझौते के मुताबिक न्यू चंडीगढ़ मुल्लांपुर में 1000 करोड़ रुपये की लागत से इंग्लैंड का किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल खोला जाएगा। वीरवार को पीएम मोदी और ब्रिटेन के पीएम की मौजूदगी में हॉस्पिटल बनाने के लिए एमओयू साइन हुआ। लगभग एक हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस हॉस्पिटल में एक हजार मरीजों के इलाज की क्षमता होगी। बता दें कि हॉस्पिटल को बनाने में ब्रिटेन खास तौर पर मदद करेगा। यह हॉस्पिटल ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस फाउंडेशन ट्रस्ट की मध्यस्थता के साथ किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल और भारत की इंडो यूके हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड मिलकर बनाएगी। 

यह हॉस्पिटल भले ही विदेशी कंपनियों की मदद से बनेगा पर इसमें होने वाला ईलाज देश के कई बड़े हॉस्पिटल से सस्ता होगा। यानि कुल मिलाकर अगर कहे तो चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर के लिए यह बेहद खुशी का बात है। 

10,000 लोगों को मिलेगा रोजगार, एमबीबीएस और नर्सिंग कोर्स भी होंगे शुरू: विदेशी निवेश से बनने वाले इस हॉस्पिटल में एक हजार मरीजों को एडमिट करके इलाज किया जा सकेगा। मुल्लांपुर में बनने वाला हॉस्पिटल में तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। शहर में बड़ा हॉस्पिटल बनने की वजह से बेरोजगारों को भी इसका लाभ होगा। मुल्लांपुर में बनने वाले हॉस्पिटल में लगभग 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। बात यही खत्म नहीं होती है यह हॉस्पिटल इलाज के साथ ही छात्रों को शिक्षा भी देगा। जी हां रोजगार, ईलाज के साथ ही इस हॉस्पिटल में एमबीबीएस और नर्सिंग कोर्स भी शुरू होंगे। 

हॉस्पिटल के लिए पंजाब सरकार देगी जमीन: दोनों देशों के बीच बनी सहमति के बाद अब एमओयू साइन होने से पंजाब सरकार हॉस्पिटल के लिए 27 एकड़ जमीन देगी। बता दें कि हाल ही में पंजाब में हुई इनवेस्टर मीट में इंडो यूके हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड और ब्रिटेन की किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल यह हॉस्पिटल बनाने पर सहमत हुए थे। भारत के 11 राज्यों में ये 11 अस्पताल बनेंगे। हर अस्पताल में प्रतिष्ठित मल्टी सुपर स्पेशलिटी एनएचएस हॉस्पिटल, क्लिनिकल सपोर्ट सर्विसेज, एनएचएस ई-हेल्थ, कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था, एक मेडिकल कॉलेज, एक नर्सिंग कॉलेज, शोध और विकास सुविधा, मेडिकल मैनुफैक्चरिंग सुविधा और एक मेडिकल मॉल होगा।

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