किडनी ट्रांसप्लांट स्कैंडल : पुलिस ने PGI  से जब्त किया किडनी ट्रांसप्लांट रिकार्ड

punjabkesari.in Tuesday, Sep 10, 2019 - 10:40 AM (IST)

चंडीगढ़ (सुशील): किडनी ट्रांसप्लांट स्कैंडल मेें चंडीगढ़ पुलिस ने सोमवार को पी.जी.आई. में दो साल में किडनी ट्रांसप्लांट केसों का रिकार्ड जब्त किया है। पुलिस रिकार्ड में देख रही है कि मणिपुर की रहने वाले कितने लोगों की किडनी किन-किन को बदली गई है। पुलिस को शक है कि गिरोह के सदस्यों के साथ पी.जी.आई. कर्मचारी मिले हुए हैं। 

 

जांच में सामने आया मणिपुर निवासी टॉकचोम की किडनी विमल नाम के व्यक्ति को बदलनी थी, जिसका सौदा 4.50 लाख रुपए में हुआ था। विमल के परिजनों ने 2.50 लाख रुपए सुरजीत को दिए थे और 2 लाख रुपए ट्रांसप्लांट के बाद देने थे। इसको लेकर पी.जी.आई. में उनके कई टैस्ट हुए हैं।  पुलिस ने पी.जी.आई. से विमल और टॉकचोम के आने जाने के वीडियो रिकार्डिंग भी जब्त किए हैं। 

 

पकड़ी गई महिला ने बताए अन्य आरोपियों के नाम
पुलिस जांच में आया कि मणिपुर से गरीब लोगों को झांसा देकर गिरोह का सरगना टिथोग्बा 20 लाख रुपए लेकर किडनी बदलवाता था। उसका साथ सुरजीत और गुरूंग देते थे। रकम का हिस्सा सभी को बराबर बांटा जाता था। सारंगपुर थाना पुलिस ने किडनी ट्रांसप्लांट स्कैंडल का मामला दर्जकर आरोपी ईबोम को गिरफ्तार किया था। 

 

उसने गिरोह के सारे सदस्यों के नामों का खुलासा किया था। पुलिस ने बताया कि मामले में फरार गिरोह का सरगना टिथोग्बा , सुरजीत और गुरूंग को पकडऩे के लिए पुलिस टीमें जल्द ही मणिपुर रवाना होंगी। पुलिस टीमें अभी फरार गिरोह के सदस्यों की डिटेल हासिल करने में लगी हुई हैं।

 

30 अगस्त को वुमैन एंड चाइल्ड हैल्पलाइन पर मिली थी जानकारी
30 अगस्त को वुमैन एंड चाइल्ड हैल्पलाइन को सूचना मिली थी कि मणिपुर निवासी टॉकचोम की किडनी किसी के साथ धोखाधड़ी से बदली जा रही है। टीम ने मौके पर पहुंचकर पीड़िता से संपर्क किया था। 

 

सदस्यों को महिला के पास किडनी बदलने के कागजात और जाली एफिडैविट मिले थे, जिसमें लिखवा दिया कि वह अपनी मर्जी से किडनी डोनेट कर रही है। फर्जी एफिडैविट भी तैयार किए गए। इसमें किडनी लेने वाले को महिला का पति बनाया गया। सारंगपुर थाना पुलिस ने पांच सितम्बर को अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया था। 


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pooja verma

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