वेट लिफ्टिंग खिलाड़ी लवप्रीत ने जूनियर कॉमनवैल्थ में जीता स्वर्ण पदक

Friday, Sep 22, 2017 - 04:08 PM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : शहर के वेट लिफ्टिंग खिलाड़ी लवप्रीत ने आस्ट्रेलिया में आयोजित जूनियर कॉमनवैल्थ चैम्पियनशिप 105 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक हासिल कर देश व शहर का नाम रोशन किया है। लवप्रीत ने इस प्रतियोगिता के दौरान 325 किलो भार उठाकर खिताब जीता। 

 

लवप्रीत ने जीता का श्रेय चंडीगढ़ कोचिंग सैंटर को बंसल तथा एसोसिएशन के पदाधिकारियों को दिया। एसोसिएशन के सचिव कमलदीप सिंह ने बताया कि इस जीत से कोचिंग सैंटर में अभ्यास कर रहे वेट लिफ्टिंग खिलाडिय़ों को प्रेरणा मिलेगी। लवप्रीत सिंह ने बताया कि वे अब ओलिम्पिक के लिए होने वाले क्वालिफायर की तैयारी में लगे हुए हैं। कई नैशनल व इंटरनैशनल प्रतियोगिताओं की तैयारी भी वे इन दिनों दिल्ली कैंप में कर रहे हैं। 

 

स्पोर्ट्स से मिला सब कुछ : 
लवप्रीत ने बताया कि वह मूल रूप से लुधियाना के रहने वाले हैं लेकिन 4 साल पहले उन्होंने चंडीगढ़ वेट लिफ्टिंग कोचिंग सैंटर ज्वाइन किया था। नैशनल प्रतियोगिता में बहेतरीन प्रदर्शन करके अपनी दावेदारी इंटरनैशनल प्रतियोगिता के दौरान पेश की। इन मुकाबलों के दौरान ही उनका चयन नेवी के लिए हो गया और इन दिनों वह नेवी में जॉब कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज जो भी उनके पास है, वह सब स्पोर्ट्स की ही देन है। 

 

रोजाना 7 घंटे बहाते हैं पसीना :
लवप्रीत सिंह ने बताया की नौकरी के दौरान भी उच्चाधिकारियों की ओर से उन्हे अभ्यास के लिए पूरा समय दिया जाता हैं। इसके कारण वह एक दिन में तकरीबन 7 घंटे से अधिक अभ्यास करते हैं। दो घंटे सुबह-दोपहर व शाम को अभ्यास किया जाता है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को डोपिंग टैस्ट के बारे में भी जानकारियां दी जाती हैं। 

 

अकादमी में डोपिंग को लेकर चार्ट भी लगाए गए हैं कि किन चीजों का सेवन नहीं करना हैं। पहले 2 घंटे तक फिटनैस पर जोर दिया जाता हैं। इसके बाद रनिंग और अन्य प्रैक्टिस पर फोकस किया जाता है। लवप्रीत सिंह ने अगस्त में आयोजित एशियन चैम्पियनशिप में 105 वेट कैटागिरी में कांस्य पदक हासिल किया था। 

 

इस साल उन्होंने जूनियर नैशनल प्रतियोगिता में 2 स्वर्ण पदक तथा सीनियर प्रतियोगिता में 1 स्वर्ण पदक, 2 कांस्य पदक हासिल किए। उन्होंने अपनी डाइट के बारे में बताया कि वह रोजाना 2 दर्जन अंडे, आधा किलो चिकन तथा 3 लीटर दूध का सेवन करते हैं। 

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