जगदीश भोला ड्रग तस्करी केस में अदालत में मजीठिया विरुद्ध दर्ज करवाए बयान

Wednesday, Nov 14, 2018 - 11:49 AM (IST)

मोहाली(कुलदीप): पंजाब पुलिस के डिसमिस डी.एस.पी. जगदीश भोला के साथ करोड़ों रुपयों की ड्रग तस्करी संबंधी बनूड़ पुलिस स्टेशन में दर्ज एफ.आई.आर. नंबर-56 वाले केस स्टेट बनाम सतिंदर धामा की सुनवाई मंगलवार को सी.बी.आई. की अदालत में हुई। अदालत में शिरोमणि अकाली दल से निकाले जा चुके सीनियर अकाली नेता डा. रतन सिंह अजनाला के पुत्र अमरपाल सिंह बोनी अजनाला की गवाही हुई जिन्होंने अपने बयानों में अकाली नेता तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की पोल खोल दी है। 

अजनाला इस केस में आरोपी मनिन्द्र सिंह बिट्टू औलख के गवाह के तौर पर पेश हुए थे। अपने बयानों में बोनी अजनाला ने कहा कि वह गत अकाली सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2013 से 2017 तक चीफ संसदीय सचिव रह चुका है। उसने बयानों में बताया था कि वर्ष 2005 में उसने बिट्टू औलख को मजीठिया से मिलवाया था जिस दौरान मजीठिया तथा बिट्टू के अच्छे संबंध बन गए थे। वर्ष 2012 में हुए चुनाव में बिट्टू ने अजनाला की चुनाव प्रचार मुहिम में भी साथ दिया। अकाली सरकार बनने उपरांत मजीठिया तथा अजनाला के पारिवारिक संबंध खराब हो गए।

 उसके बाद मजीठिया ने मनिन्द्र सिंह बिट्टू औलख को भी सबक सिखाने की ठान ली थी। अजनाला व मजीठिया परिवारों में संबंध खराब होने का खमियाजा मनिन्द्र सिंह बिट्टू को भुगतना पड़ा। अजनाला ने कहा कि मनिन्द्र बिट्टू औलख बारे उन्होंने कई बार मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल से मांग की थी कि केस की जांच करवाएं लेकिन उन्होंने जांच नहीं करवाई।बोनी अजनाला ने अपने बयानों में स्पष्ट कहा कि बिक्रम सिंह मजीठिया उनके तथा उनके दोस्तों के साथ रंजिश निकालना चाहता था। इसलिए मजीठिया ने उस समय मनिन्द्र सिंह बिट्टू औलख को इस ड्रग केस में झूठा फंसाया है।

bhavita joshi

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