भांजे की मौत के बाद से परेशान था जटाशंकर

punjabkesari.in Wednesday, Jan 23, 2019 - 09:58 AM (IST)

जीरकपुर(मेशी): रविवार को छतबीड़ जू में हुई शेरों की जोड़ी युवराज और शिल्पा ने जिस युवक को नोच-नोच कर मार डाला था, उसकी पहचान 34 वर्षीय जटाशंकर पुत्र हरिपति सिंह निवासी भुरावीर घाट, बहराइच उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। वह 5 दिन पहले बलटाना में रहने वाले अपने भांजे के पास आया था। बलटाना में निजी कंपनी में ऑनलाइन सेल्स का काम करने वाले भांजे शैलेश ने ही उसकी शिनाख्त की है। भांजे ने बताया कि जटाशंकर शादीशुदा था और उसके एक 4 साल का लड़का व 3 साल की लड़की है। 

गांव में भी अक्सर जंगल में रहता था
जटाशंकर का गांव भुरावीर घाट जंगल क्षेत्र में है और उनके गांव में जानवर आते रहते हैं। शैलेश ने बताया कि उसका मामा जटाशंकर गांव में भी अक्सर जंगल में घंटोंं बिताकर वापस आ जाता था। उसने बताया कि उसके कमरे से गायब होने से एक दिन पहले उसका मामा जटाशंकर कुछ उखड़ी-उखड़ी बातें कर रहा था, जबकि उसने उसकी बातों को सीरियस नहीं लिया। उसने बताया कि गायब होने पर वे एक दिन तो अपने स्तर पर उसे ढूढ़ते रहे मगर कुछ पता न चलने पर वे बीती शाम को जटाशंकर की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने गए, जहां पुलिस कर्मचारी डेराबस्सी अस्पताल में पड़ी डैड बॉडी की शिनाख्त करवाने ले गए, जहां उन्होंने कपड़ों व चेहरे के आधार पर उसकी पहचान की। भांजे ने बताया कि मामा मानसिक रूप से परेशान रहता था।

किसान था युवक
शैलेश ने बताया कि उसका मामा अपने गांव में किसान था और उससे मिलने 15 जनवरी को ही यहां पहुंचा था। उसने बताया कि 4 साल पहले उसके भाई की मौत हो गई थी। मामा हम दोनों भाइयों से बहुत प्यार करता था। उसके भाई की मौत के बाद उसका मामा परेशान रहने लगा था। इस दौरान जटाशंकर मानसिक रोगी हो गया और उसका गोरखपुर अस्पताल से इलाज चल रहा था। 


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bhavita joshi

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