स्नीफर डॉग की मदद से रेलवे स्टेशन पर रोकी जाएगी तस्करी

punjabkesari.in Monday, Oct 02, 2023 - 09:12 PM (IST)

चंडीगढ़,(लल्लन यादव): चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर मादक पदार्थ की तस्करी और विस्फोटक का पता लगाने के लिए जी.आर.पी. के दल में स्नीफर डॉग को शामिल किया गया है। इस डॉग की मदद से जी.आर.पी. को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर तस्करी को रोकने में मदद मिलेगी। रेलवे विभाग की तरफ से स्नीफर डॉग को विशेष प्रकार की ट्रेनिंग दी गई है। सूत्रों के अनुसार जी.आर.पी.के पास जो पहले स्नीफर डॉग था उसकी उम्र काफी हो गई थी, जिस कारण रेलवे की तरफ से नए स्नीफर डॉग को तैनात किया गया है। जिसका नाम टॉमी रखा गया हैं जिसकी उम्र अभी सिर्फ साढ़े तीन साल और लेब्ररा ब्रीड का हैं।

 

 

जी.आर.पी.के दल में शामिल किया गया स्नीफर डॉग को विशेष प्रकार की ट्रेनिंग दी गई है। ट्रेन और रेलवे स्टेशन से मादक पदार्थ जैसे रॉकी गांजा, भांग, चरस, अफीम, शराब और बोरे को सूंघकर बता देगा कि उसमें कौन सा पदार्थ है। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन या ट्रेन में आर.डी.एक्स. के बारे में भी बता देगा। इसे जी.आर.पी. हैंडक्वाटर करनाल से भेजा गया है।

 

 

आई.टी.बी.पी. में टॉमी को दी गई 6 माह की ट्रेनिंग
चंडीगढ़ जी.आर.पी. को मिले स्नीफर डॉग की ट्रेनिंग पंचकूला में स्थित आई.टी.बी.पी. में करवाई गई है। इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि टॉमी को तकरीबन 6 महीने ट्रेनिंग देने के बाद ही जी.आर.पी. को सौंपा गया है। ट्रेनिंग के दौरान हर मादक पदार्थ को पहचाने और आर.डी.एक्स. या बम के बारे में पूरी जानकारी के बाद ही तैनात किया जाता है।

 

 

 

 

टॉमी की देखरेख के लिए तैनात किए गए दो जवान
स्नीफर डॉग की देखरेख के लिए दो कांस्टेबल को तैनात किया हैं। इस संबध में जानकारी देते हुए के.एम.सी.आई.डी.डॉग हैंडलर्स राम स्वरूप ने बताया कि डॉग को सिर्फ दूध व रोटी दी जाती हैं। इसके साथ ही उनकी मदद के लिए दूसरे जवान मंजीत सिंह को भी तैनात किया गया हैं। उन्होंने बताया कि स्नीफर डॉग को रेलवे स्टेशन के पार्सल एरिया तथा पूरे रेलवे स्टेशन पर समय-समय पर दौरा किया जाता हैं। इस संबंध में थाना प्रभारी ने बताया कि स्नीफर डॉग के साथ ट्रेनों को रूटीन में चैक किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डॉग की मदद से अब बाॅक्स पहले ओपन करने की जरूरत नही होती है। स्नीफर डॉग की तरफ से इशारा मिलने के बाद ही बाक्स को चैक किया जाता है।

 


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Sub Editor

Ajay Chandigarh

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