IT पार्क के प्रोजैक्ट्स को प्रशासक ने दी अप्रूवल

Monday, Aug 07, 2017 - 10:12 AM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : चंडीगढ़ का अब तक सबसे बड़ा और महंगा हाऊसिंग प्रोजेक्ट एक महीने के अंदर लांच होने जा रहा है। चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड (सी.एच.बी.) ने राजीव गांधी चंडीगढ़ टैक्नोलॉजी पार्क की 123 एकड़ जमीन में रैजीडैंशियल और कमर्शियल प्रोजैक्ट शुरू करने की तैयारी कर ली है। लंबे समय से बोर्ड को इस प्रोजैक्ट की अप्रूवल का इंतजार था। अब जाकर प्रशासक वी. पी. सिंह बदनौर ने इसे मंजूरी दे दी है। 

 

बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार अगले माह यह प्रोजेक्ट शुरू कर दिया जाएगा। इसके तहत बोर्ड ने 123 एकड़ की इस जमीन को 18 प्लॉट्स में बांटने का फैसला लिया है। बोर्ड इन सभी प्लॉट्स को ई-ऑक्शन के जरिए बेचेगा। इस ऑक्शन में विदेशों से भी बिड लगाई जा सकेगी। जिसकी बिड सबसे अधिक होगी, उसे प्लॉट अलॉट किए जाएंगे। इससे पहले चंडीगढ़ प्रशासन ने यह जमीन पाश्र्वनाथ डेवलपर्स को बेच दी थी। 

 

यहां पर प्राइडेशिया प्रोजैक्ट शुरू करने की तैयारी की जा रही थी। इसके तहत हाऊसिंग प्रोजेक्ट तैयार किए जाने थे। मगर सही समय पर पूरी रकम न मिलने के कारण प्रशासन ने यह जमीन 527.25 करोड़ रुपए देकर पाश्र्वनाथ प्राइवेट लिमिटेड से वापस ले ली। पूरी राशि सी.एच.बी. के अकाऊंट से पाश्र्वनाथ को दी गई। इसके बाद अब बोर्ड इस जमीन पर अपने प्रोजैक्ट शुरू करने जा रहा है।

 

क्लैक्टर रेट होगा रिजर्व प्राइस :
ई-ऑक्शन में प्लॉट का कलेक्टर रेट ही इसका रिजर्व प्राइस रखा जाएगा। इस जमीन पर रैजीडैंशियल और कमर्शियल प्रोजैक्ट के अतिरिक्त होटल, हॉस्पिटल और एक मॉल भी बनाया जाएगा। इससे यहां रहने वाले लोगों को सभी प्रकार की सुविधाएं एक ही जगह मिल सके। इस प्रोजैक्ट के लिए कलैक्टर रेट तय करने के लिए बोर्ड की ओर से डी.सी. ऑफिस की मदद ली जा सकती है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि एक फ्लैट की कीमत 3 करोड़ से अधिक हो सकती है।

 

बांद्रा कुर्ला काम्पलैक्स की तर्ज पर बनेगा फाइनैंशियल हब :
बोर्ड की प्लानिंग है कि यहां एक फाइनैंशियल हब भी बनाया जाएगा। ठीक वैसा जैसा मुंबई का बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स है। इसका फायदा शहर के युवाओं को मिलेगा। बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स से लगभग 6 लाख लोगों को रोजगार मिला है। इसके साथ ही इंडिया हैबिटेट सेंटर की तरह इंस्टीट्यूशंस, इंडिया इंटरनैशनल सेंटर और ओल्ड एज होम को भी यहां खोले जाने का प्लान तैयार किया जा रहा है। बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार जो जमीन उन्हें मिली है, उसे जल्द से जल्द डेवलप किया जाएगा।

 

कर्मचारियों के लिए बनेंगे स्टूडियो अपार्टमैंट्स :
अभी जो कर्मचारी आई.टी. सैक्टर्स से जुड़े हैं, उन्हें जल्द ही रहने की जगह भी मिलेगी। इसके लिए बोर्ड ने यहां स्टूडियो अपार्टमेंट तैयार करने की योजना बनाई है, जिससे कि शहर में आई.टी. से जुड़े व्यवसाय को मदद मिल सके। इस जमीन पर कुछ और होटल्स भी खोले जाएंगे। जबकि ऑफिस स्पेस को भी डेवलप किया जाएगा। 

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