इंटरनैशनल ओलिम्पियाड में मिला नंबर-1 रैंक

Tuesday, Jun 04, 2019 - 03:09 PM (IST)

चंडीगढ़(वैभव): बुलंद हौसले और कड़ी मेहनत की मिशाल पेश करते हुए सिटी ब्यूटीफुल की बेटी ने विदेश में देश और शहर का नाम रोशन किया। यह कोई ओर नहीं बल्कि निमिषा सिंह है जिसने विश्व के सबसे बड़े साइंस ओलिम्पियाड फाऊंडेशन की ओर से आयोजित इंटरनैशनल ओलिम्पियाड 2018-19 में इंटरनैशनल रैंक हासिल कर शहर का नाम रोशन किया है। निमिषा की कामयाबी पर पिता जितेंद्र ने बताया कि वह बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार थी। वहीं उसने 5वीं क्लास से इसके लिए मेहनत करनी शुरू कर दी थी।

 उन्होंने बताया कि निमिषा ने अपने दिमाग में इस गोल को हासिल करने के लिए पहले से ही माइंड सैट किया हुआ था। सैक्रेड हार्ट सीनियर सैकेंडरी स्कूल सैक्टर-26 की छात्रा निमिषा ने कॉमर्स में 12वीं की है। उनके पिता ने बताया कि वैसे तो इसके लिए वह पहले से तैयारियां कर रही थी लेकिन बीते 2 वर्षों में निमिषा ने अपनी मेहनत को दोगुनी कर दिया था।

सी.ए. बनने का सपना
निमिषा के पिता जितेंद्र ने बताया कि वह बी-कॉम (ऑनर्स) में दाखिला लेकर सी.ए. बनना चाहती है जिसके लिए उसने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, कि अगर कोई भी छात्र गोल सिलैक्ट कर अपना माइंड सैट करे तो वह कभी भी असफल नहीं होता।

प्रतियोगिता में चंडीगढ़ से 26 हजार छात्रों ने लिया था भाग
ओङ्क्षलपियाड परीक्षा 2018-19 में 30 देशों के 1400 शहरों से 50,000 स्कूलों से 50 लाख छात्र इस प्रतियोगिता में शामिल हुए। वहीं चंडीगढ़ से 26 हजार छात्रों ने इस ओलिम्पियाड में भाग लिया। इन छात्रों के बीच में निमिषा ने इंटरनैशनल रैंक 1 हासिल करने पर निमिषा को गोल्ड मैडल, 1 लाख नगद राशि और सर्टिफिकेट दिया गया।

180 इंटरनैशनल रैंक होल्डर छात्र किए सम्मानित
इस पुरस्कार कार्यक्रम में 180 इंटरनैशनल रैंक के छात्रों को पुरस्कार से नवाजा गया। कार्यक्रम में इंटरनैशनल स्तर पर रैंक एक पाने वाले 60 छात्रों को 50-50 हजार रुपए की राशि, गोल्ड मैडल, दूसरा स्थान हासिल करने वाले 60 छात्रों को सिल्वर मैडल और 25-25 हजार की राशि और तीसरा स्थान हासिल करने वाले 60 छात्रों को ब्राऊंज मैडल और 10-10 हजार की राशि दी गई।

bhavita joshi

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