अब ‘एम.एच.ए.’ को सीधे पत्राचार नहीं कर पाएंगे आई.पी.एस. अफसर
punjabkesari.in Saturday, Nov 26, 2022 - 09:06 PM (IST)

चंडीगढ़,(अविनाश पांडेय): हरियाणा के आई.ए.एस. व आई.पी.एस. अफसर अब सीधे तौर से मिनिस्ट्री आफ होम अफेयर्स (एम.एच.ए.) को कोई भी पत्राचार नहीं कर सकेंंगे। इस संबंध में एम.एच.ए. की ओर से अफसरों को नसीहत देते हुए हरियाणा सरकार को तय की गई गाइडलाइन की पालना करवाने के आदेश दिए गए हैं। एम.एच.ए. ने हरियाणा गृह विभाग को भेजे आदेश में कहा है कि पिछले दिनों कुछ आई.पी.एस. अफसरों की ओर से बार-बार पत्राचार किया जा रहा है जो कि नियमों के विपरीत है। यदि किसी भी अफसर को किसी तरह के ग्रीवैंस का पत्र भेजना है तो वह सिविल सॢवसेज नियमों के तहत पूरी प्रक्रिया का पालन करे। हालांकि सिविल सर्विस रूल में पहले से ही गाइडलाइन तय की गई है लेकिन कुछ अफसरों की ओर से इसकी पालना नहीं की जा रही थी। सूत्रों की मानें तो एम.एच.ए. की नसीहत के बाद जल्द ही गृह विभाग की ओर से सभी अफसरों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
गौरतलब है कि राज्य के कुछ आई.ए.एस. व आई.पी.एस. अफसरों की ओर से नियमों के विपरीत एम.एच.ए. को लगातार सीधे शिकायतें भेजी जा रही थी। जबकि सिविल सॢवस रूल के तहत कोई भी शिकायत राज्य सरकार के नामित अधिकारी की ओर से भेजी जानी चाहिए लेकिन हरियाणा की अफसरशाही के कुछेक अफसर नियमों को धता बताकर सीधे पत्राचार कर रहे थे। लिहाजा एम.एच.ए. ने कड़ा संज्ञान लेते हुए अफसरों को कड़ी नसीहत दी है। एम.एच.ए. ने साफ कहा है कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए और सरकार को तुरंत प्रभाव से इसकी तय गाइडलाइन जारी करनी चाहिए।
अफसरों के प्रोमोशन मामले में पत्राचार से नाराज हुए एम.एच.ए. के अफसर
गृह विभाग के सूत्रों की मानें तो आई.पी.एस. अफसरों के प्रोमोशन मामले में लगातार एम.एच.ए. को किए जा रहे पत्राचार से ही वहां के अधिकारी नाराज हुए हैं। इस मामले में लंबे समय से कुछ अफसरों की ओर से पत्राचार किया जा रहा था। हालांकि अभी तक प्रोमोशन मामले में सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए लेकिन एम.एच.ए. ने पत्राचार करने वाले अफसरों को नसीहत जरूर दे दी। बताया गया कि पूर्व के वर्षों में भी कुछ अफसरों के बीच छिड़े झगड़े की कई शिकायतें भी एम.एच.ए. को सीधे तौर से भेजी गई थी, जिसमें कुछेक आई.ए.एस. अफसरों ने सरकार की ओर से कार्रवाई नहीं होने का हवाला दिया गया था।