‘गाजीपुर में गैर-कानूनी चल रहे नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी’

Friday, Oct 15, 2021 - 01:25 AM (IST)

जीरकपुर,  (गुरप्रीत सिंह): गाजीपुर में स्थिति स्वास्तिक नर्सिंग होम में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व पुलिस की टीम द्वारा अचानक छापेमारी की। छानबीन दौरान अस्पताल में बड़े स्तर पर गड़बडिय़ां पाई गईं तथा न ही वहां कोई योग्यता प्राप्त डॉक्टर पाया गया और गैर-कानूनी दवाइयां जब्त की गई। जांच टीम ने अस्पताल को सील कर आगामी कार्रवाई के लिए डिप्टी कमिश्नर को रिपोर्ट भेज दी।

 


एस.डी.एम.कुलदीप बावा ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर के आदेशों पर यह कार्रवाई की गई। यह सूचना मिली थी कि इस क्लीनिक में इलाज के बहाने गैर-कानूनी गतिविधियां चल रही हैं तथा मनमाने तरीके से मरीजों से पैसे वसूले जा रहे हंै। इसकी जांच के लिए उनके अलावा मैडीकल अफसर डॉ.मेहताब, रिषभ एम.सी. इंस्पैक्टर जीरकपुर तथा ए.एस.आई. बरिंदर सिंह की एक टीम गठित की गई। इस टीम ने अस्पताल में अचानक चैकिंग की तथा वहां गैर-कानूनी कर्रवाइयां चलती पाई गई। यहां एक अटैंडैंट जिसका नाम अजिंदरपाल सिंह बताया गया,मरीजों का  इलाज करता पाया गया लेकिन उनके पास डाक्टर की कोई डिग्री या अन्य सबूत नहीं था। उनके पास केवल ट्रेनी फार्मासिस्ट के पेपर मिले।

 


जांच टीम ने अस्पताल में जाली मोहरें भी कीं जब्त
एस.डी.एम. ने बताया कि अजिंदरपाल सिंह ने बताया कि डॉ. प्रगति इस अस्पताल को चला रही है जिसकी ड्यूटी शाम को शुरू होती है,लेकिन उनके दस्तावेजों से यह सिद्ध नहीं हुआ कि वह एक योग्यता प्राप्त डॉक्टर है। डॉ.प्रगति के केवल आयुर्वैदिक डॉ. होने के सबूत मिले।  जांच टीम को अस्पताल में जाली मोहर भी मिली जिसमें डॉक्टर प्रगति को एस.डी.दिखाया गया था। जांच टीम को अस्पताल में छानबीन दौरान वहां पाबंदीशुदा दवाई ट्रोमाडोल बरामद हुई, जो आम तौर पर एक दर्द निवारक के तौर पर इस्तेमाल की जाती है। प्रशासन ने अस्पताल के प्रंबधकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन को रिपोर्ट भेज दी गई है। जांच टीम ने कहा कि यह अस्पताल पूरी तरह गैर-कानूनी है और अस्पताल को किसी बीमारी के इलाज के लिए कोई मानता प्राप्त नहीं है। डॉ. की सीट में बैठे ट्रेनी अजय ने बताया कि वह किसी मरीज को नहीं देखता। सुबह शाम डॉक्टर आते हैं, जो डाक्टर बताते हंै उनको दवाइयां व टीके देने का काम करता है।

Ajay kumar

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