शहर में बढ़ती गर्मी के साथ सताएंगे बढ़ते बिजली के अघोषित कट

Sunday, May 20, 2018 - 08:31 PM (IST)

चंडीगढ़ (विजय) : तापमान बढऩे के साथ ही शहर में बिजली के अघोषित कट का दौर भी शुरू हो चुका है। शहर में आए दिन कई सैक्टर्स में बिजली विभाग द्वारा मैंटिनेंस वर्क के नाम पर बिजली के लंबे कट लगाए जा रहे हैं। लेकिन इसके साथ ही कईं सैक्टर्स ऐसे भी हैं, जहां पर आए दिन बिजली के कट लग रहे हैं। यू.टी. के इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमैंट ने भी इस साल बिजली की डिमांड 430 मेगावॉट तक पहुंचने का अनुमान लगाया है। 

 

यानि यह वह अधिकतम डिमांड है जिसकी इस साल गर्मियों में शहर के लोगों को जरूरत पड़ सकती है। लेकिन डिपार्टमैंट एक साल गुजर जाने के बावजूद 420 मेगावॉट बिजली का बंदोबस्त कहीं से नहीं कर पाया। यही नहीं, हर साल जो 30 मेगावॉट बिजली जम्मू से चंडीगढ़ को चार महीने के लिए मिलती थी वह भी अब नहीं मिल रही है। खास बात यह है कि पिछले साल चंडीगढ़ की पीक डिमांड 410 मेगावॉट तक पहुंच चुकी थी। 

 

उस समय डिपार्टमैंट को मजबूरी में कई जगह अघोषित बिजली के कट लगाने पड़े थे। अब जबकि अनुमान लगाया जा रहा है कि चंडीगढ़ की डिमांड 430 मेगावॉट तक पहुंच जाएगी। ऐसे में शहर के लगभग 2.17 लाख कंज्यूमर्स को पहले से ही बिजली के अघोषित कट के लिए तैयार रहना होगा। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि पीक डिमांड तक पहुंचने के लिए अन्य विकल्पों पर तेजी से काम किया जा रहा है।

 

पीक आवर्स में होगी अधिक परेशानी
गर्मियों में दिन के कुछ घंटे ऐसे होते हैं जिन्हें पीक आवर्स में काऊंट किया जाता है। ये पीक आवर्स आमतौर पर शाम 6 से रात 10 बजे तक होते हैं। यानि इन चार घंटों के दौरान चंडीगढ़ को सबसे अधिक बिजली की जरूरत पड़ती है। इसके अतिरिक्त रात 10 से सुबह 6 बजे तक भी ऑफ पीक लोड डिक्लेयर किया गया है। यही वजह है कि इन घंटों के दौरान सबसे अधिक बिजली के कट लोगों को झेलने होंगे। 

Punjab Kesari

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