अब इस उपकरण से आइसक्रीम में घी का इस्तेमाल करने वालों को पकडऩा होगा आसान

Monday, Nov 13, 2017 - 09:57 AM (IST)

चंडीगढ़(अर्चना) : आईसक्रीम में घी का इस्तेमाल करने वालों को पकडऩा अब आसान होगा। आइसक्रीम में तेल या घी का उपयोग नहीं किया जा सकता है जबकि फ्रोजन डेैसर्ट को जमाने के लिए घी का इस्तेमाल किया जा सकता है। 

 

सैंट्रल साइंटिफिक इंस्ट्रूमैंट्स ओर्गेनाइजेशन (सी.एस.आई.ओ.) ने एक ऐसे उपकरण आयोडीन वैल्यू एनालाइजर की खोज की है जिसके दम पर महज तीन मिनट में आईसक्रीम/केक/कुकीज में इस्तेमाल किए जाने वाले घी की किस्म और मात्रा का पता चल जाएगा। 

 

सिर्फ इतना ही नहीं एनालाइजर के बूते यह भी पता चल सकेगा कि गाय के घी के नाम से बिकने वाला घी शुद्व है या नहीं। चूंकि गाय के घी की कीमत 800 रुपए किलो होती है जबकि भैंस के घी की कीमत 400 रुपए किलो के आसपास है। इसलिए मार्कीट में कुछ कंपनियां गाय के घी में भैंस का घी मिलाकर बेच देते हैं। 

 

ऐसे खोजा उपकरण :
सी.एस.आई.ओ. के प्रिंसीपल साइंटिस्ट डॉ. अमोल पी. बोंडेकर ने बताया कि पहले घी और तेल की शुद्वता परखने में तीन दिन का समय लग जाता था। टाईट्रेशन तकनीक में कुछ ऐसे कैमीकल का इस्तेमाल किया जाता था जो खतरनाक किस्म के तो होते ही थे साथ ही उसके नतीजे भी कई घंटों बाद मिलते थे। सिर्फ घी के बदलते हुए रंग से घी की शुद्वता को देखा जाता था। 

 

ऐसी तकनीक इंडस्ट्री लेवल पर होने वाले बेकरी या आइसक्रीम यूनिट के लिए मुश्किलों भरी थी। ऐसे में आयोडिन मीटर की खोज की गई। हर घी या तेल में आयोडीन के तय मानक होते हैं जैसे सरसों के तेल में आयोडिन की मात्रा 90 से 100 ग्राम होनी चाहिए इसी तरह से गाय के घी, भैंस के घी, पॉम ऑयल, कॉटन ऑयल, राइस ऑयल, सोया ऑयल आदि में आयोडीन की मात्रा अलग होती है। अगर घी में आयोडीन की मात्रा गड़बड़ा जाए तो इसके मायने घी और तेल में मिलावट दर्शाती है।

 

केक, बिस्कुट को मिलेगा लेवर व टैक्सचर :
डॉ.अमोल की माने तो नई तकनीक के दम पर बेकरी इंडस्ट्री को भी फायदा पहुंचेगा। विभिन्न किस्म के बिस्कुट व कुकीज का जायका अलग होता है। यह जायका बेकरी उत्पाद की सॉफ्टनेस पर निर्भर करता है। केक, कुकीज को लेवर देने के लिए फैट्स का इस्तेमाल किया जाता है। कितने फैट पर कौन सी कुकीज को बेहतर टेस्ट मिलेगा यह भी नए उपकरण से आसान हो जाएगा। 

 

कंपनी बनाएगी बड़ी तादाद में उपकरण :
सी.एस.आई.ओ. के डायरैक्टर डॉ. आर.के.सिन्हा ने कहा कि जल्द ही किसी कंंपनी को उपकरण का फार्मूला दे दिया जाएगा और कंपनी इस उपकरण को बनाएगी। उपकरण के लिए जल्द ही सी.एस.आई.ओ. को पेटैंट भी मिल जाएगा। सिन्हा का कहना है कि उपकरण की कीमत बेशक लाखों रुपए में होगी लेकिन फार्मूला के आधार पर बहुत सी इंडस्ट्रीज का काम आसान हो जाएगा।

 

ऑयल में आयोडीन की यह मात्रा तय करती है शुद्वता :
ऑयल                आयोडीन मात्रा
कोकोनट              8 से 12
पाम                    44 से 60
राइस ब्रैन             95 से 108
मस्टर्ड                 98 से 110
सनफ्लावर           125 से 144
सोयाबीन             120 से 136

 

यहां मददगार होगा उपकरण :

-ऑयल एक्सट्रैक्शन यूनिट

-क्वालिटी कंट्रोल एंड एशयोरेंस लैब

-फूड रैगुलेटरी अथॉरिटी

-सॉप एंड कॉस्मैटिक्स

-बेकरीज

-मीट इंडस्ट्री

-पेंट इंडस्ट्री

-चारकोल इंडस्ट्री

-बायोडीकाल इंडस्ट्री

-घी और मक्खन इंडस्ट्री

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