हाइड्रोसी लोरोवीन ने डॉटर्स, नर्सिज को बचाया कोरोना इन्फैशन से

Monday, May 25, 2020 - 01:15 PM (IST)

चंडीगढ़ (अर्चना सेठी ): कोरोना वायरस के इन्फैक्शन से डाक्टर्स को दूर रखने में हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा रामबाण साबित हुई है। इंडियन कौसिल ऑफ मैंडीकल रिसर्च (आई.सी.एम.आर. ) द्वारा गठित नैशनल टास्क फोर्स ने हाई रिस्क पॉपुलेशन में हाइड्रोक्सी क्लोरोक्बीन (एचसीक्यू) दवा के असर का आकलन करते हुए कहा है कि दवा ने हैल्थ केयर वर्कर्स का इन्फैक्शन से भी बचाव किया है और साइड इफैक्ट भी बहुत कम मिले हैं। नैशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे के लैब टैस्ट में भी इसके अच्छे नतीजे सामने आए. हैं। चंडीगढ़ के हैल्थ वर्कर्स को भी यह खाने के लिए दी गई है।

 

कंटेनमैंट जोन के फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी दो दवा
फोर्स का कहना है कि अब दवा का इस्तेमाल ज्यादा लोगों पर किया जा सकता है। कोविड और नॉन कोविड पेशैंट्स का इलाज करने वाले डाटर्स, नर्सिज और पैरामैडीकल स्टाफ के अलावा यह दवा कंटेनमैंट जोन में कार्यरत फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे पुलिस कर्मचारी और पैरामिलिट्री फोर्स को भी दी जा सकती है। यह भी कहा है कि कोरोना पॉजीटिव पेशैंट के परिवार के लक्षण रहित सदस्यों को भी यह दवा खिलाई जा सकती है। 

 

दवा देने से पहले पेशैंट के हार्ट की स्थिति ई.सी.जी. से जानना बहुत जरूरी है। कमजोर हार्ट वाले पेशैंट्स जिनके हार्ट की मांसपेशियां कमजोर हैं, हार्ट बीट असामान्य है, जिनकी आंखों में ब्लड  सप्लाई की समस्या है या जिन्हें दवा से एलर्जी है, उन्हें यह खाने के लिए नहीं देनी है।

 

कितनी सुरक्षित है एच.सी.यू.
टास्क फोर्स ने 1323 हैल्थ केयर वर्कर्स पर दवा के असर को देखा तो पाया कि उनमें से सिर्फ 214 वर्कर्स में दवा के हल्के साइड इफैट दिखे। 8.9 प्रतिशत में नोसिया, 7.3 प्रतिशत में पेट का दर्द, 1.5 प्रतिशत वोमिटिंग, 1.7 प्रतिशत की आंख में धुंधलापन, 1.9 प्रतिशत के हार्ट पर असर हल्का-सा असर दिखा। उनमें से सिर्फ 7 पेशैंट में ज्यादा साइड इफैट दिखे, जिनमें से 3 की हार्ट बीट असामान्य हुई।

pooja verma

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