मोरनी गैंगरेप केस में ट्विस्ट, पति ही करता था जिस्मफरोशी, पैसे कम मिलने लगाया गैंगरेप का आरोप

Thursday, Jul 26, 2018 - 08:47 AM (IST)

पंचकूला (चंदन): मोरनी गैंगरेप मामले में उस वक्त ट्विस्ट आ गया जब बुधवार को पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि पीड़िता के पति ने ही इसकी स्क्रिप्ट तैयार की थी। पुलिस ने उसके पति के खिलाफ इम्मोरल ट्रैफिकिंग की धारा के तहत एफ.आई.आर. दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। बुधवार दोपहर महिला थाने की एस.एच.ओ. सुनीता रावत आरोपी को कोर्ट में पेश करने के लिए लेकर पहुंची। 

यहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस के हाथ मुख्य आरोपी सन्नी और पीड़िता के पति के फोन की कॉल डिटेल हाथ लगी। इसके आधार पर पुलिस को आरोपी पर शक हुआ और बुधवार तड़के पुलिस ने उसे राऊंडअप करके पूछताछ की। इसके बाद केस की परतें उखडऩी शुरू हो गई। 

 

15 हजार रुपए में डील की थी, 13 दिए तो मामला बिगड़ा
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपी ने कबूल कर लिया है कि उसने ही सन्नी के साथ 15 हजार रुपए में डील की थी। 13 हजार रुपए उन्हें दे भी दिए गए थे लेकिन दो हजार रुपए नहीं दे रहे थे। यही नहीं, आरोपी ने पुलिस को यह भी बताया कि वह इससे पहले भी अपनी पत्नी को देह व्यापार के लिए अंबाला और बद्दी में भेज चुका है। आरोपी की यह दूसरी पत्नी है। पहली पत्नी उत्तर प्रदेश में रहती है। 

 

पति के संपर्क में थी पीड़िता
इस मामले में पुलिस अब तक पीड़िता के पति समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पीड़िता के पति और मुख्य आरोपी सन्नी की कॉल रिकॉर्डिंग में सन्नी ने 70 से ज्यादा लोगों के साथ बातचीत की थी। घटना वाले चार दिनों के दौरान पीड़िता की अपनी पति के साथ भी बातचीत हुई थी। 

 

सबसे पहले पीड़िता के पति ने ही आरोप लगाया था कि लवली गैस्ट हाऊस के संचालक सन्नी ने उसकी पत्नी को चार दिन तक गेस्ट हाऊस में बंधक बनाकर रेप किया और अन्य के साथ भी जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनवाए। 4 दिन में करीब 40 लोगों ने रेप किया।

 

क्या निगाह रखने के लिए दी गई थी पुलिस सुरक्षा?
गैंगरेप के इस पूरे मामले में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले दिनों हरियाणा पुलिस ने महिला आयोग के कहने पर जो पुलिस सुरक्षा पीड़िता को दी थी क्या वह सुरक्षा के लिए दी थी या पति-पत्नी पर निगाह रखने के लिए? पुलिस को यह मामला पहले ही संदिग्ध लग रहा था। दोनों पर नजर रखने के लिए सादी वर्दी में पुलिस मुलाजिमों को उनके घर के बाहर तैनात किया गया था। 

Punjab Kesari

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