बदइंतजामी : घर वापसी को सैंकड़ों लोग पहुंचे हिमाचल भवन, सोशल डिस्टैंसिंग दरकिनार

Monday, May 04, 2020 - 10:37 AM (IST)

चंडीगढ़ (ब्यूरो) : हिमाचल भवन के बाहर रविवार को सोशल डिस्टैंसिंगकी जमकर धज्जियां उड़ी ।हिमाचल जाने के लिए ट्राइसिटी से सैकड़ों छात्र और छात्राएं सुबह | सैक्टर-28 हिमाचल भवन पहुंच गए। । सैक्टर-26 थाना पुलिस को करीब छह बजे इसकी जानकारी मिली, जिसके बाद आनन-फानन में सैक्टर- 26 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। कर्फ्यू में ट्राईसिटी में फंसे हिमाचल के छात्र और छात्राओं को घर लाने के लिए हिमाचल सरकार ने बसों को चंडीगढ़ के सैक्टर-28 केहिमाचल भवन भेजा था । हिमाचल के अलग-अलग राज्यों में जाने वाली बसें 3, 4 और 5 मई को जानी थी। '

 

3 मई को पहले दिन हिमाचल जाने के लिए सुबह पांच बजे ही छात्र और छात्राएं हिमाचल भवन के गेट पर पहुंच गए। सैंकड़ों छात्र और छात्राएं बिना सोशल डिस्टैंसिंग के गेट पर ही खड़े रहे । इस दौरान कोई भी पुलिस जवान मौजूद नहीं था। छह बजे पुलिस मौके पर पहुंची और छात्र -छात्राओं  को सोशल डिस्टैंस मैंटेन करते हुए खड़ा किया।

 

पुलिस के कोई इंतजाम नहीं थे
हिमाचल जाने वाले लोगों के हिमाचल भवन पहुंचने की जानकारी पहले ही दे दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने कोई इंतजाम नहीं किए। इससे थाना पुलिस की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है। वहीं पी.आर.ओ. डी.एस.पी. चरणजीत सिंह के अनुसार हिमाचल जाने वाले छात्र और छात्राएं सुबह 6 बजे हिमाचल भवन पहुंच गए थे, जिसके बाद पुलिस ने पहुंचकर सारे इंतजाम किए।


 

1200 लोगों को भेजा हिमाचल
हिमाचल भवन के एक कर्मचारी ने बताया कि 1200 लोगों को हिमाचल परिवहन की बसों से उनके घर भेजा गया है। ये लोग हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर और चंबा के हैं। इन लोगों से केवल उनका आई.डी. कार्ड देखकर उन्हें घर भेजने की प्रक्रिया की गई। इन बसों में हिमाचल पुलिस के जवान को भी शहर भेजा गया। 

 

पुलिस को भेजने का उद्देश्य स्टूडैंट्स को सही सलामत उनके गंतव्य तक पहुंचाना था। बसों में सफर करने से पहले सभी लोगों की स्क्रीनिंग की गई। वही पूरी मैडीकल जांच के बाद ही लोगों को जाने की अनुमति दी गई। घर जाने वाले सभी लोगों को शहर से अपने घर जाने वाले लोगों को 14 दिन के लिए होम क्वॉरंटाइन किया जाएगा। 

pooja verma

Advertising