कैसा बस स्टैंड : करोड़ों खर्चे, न बसें आईं व न प्रतिमा का ख्याल

Monday, Oct 15, 2018 - 01:20 PM (IST)

मोहाली(राणा): पूर्व अकाली सरकार द्वारा वर्ष 2016 में फेज-6 स्थित शहीद बाबा बंदा सिंह बहादुर आई.एस.बी.टी. का शुभारंभ किया गया था। साथ ही वहां पर एंट्री में ही शहीद बाबा बंदा सिंह बहादुर की विशालकाय प्रतिमा भी लगाई गई इस आई.एस.बी.टी. को बनाने में लगभग 700 करोड़ का खर्च आया। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि बसटैंड  तो पूरी तरह से चल नहीं पाया साथ ही जिस नाम पर यह बस स्टैंड बनाया गया है उसी महापुरुष की प्रतीमा की हालत काफी खस्ता है। उसका रंग तक काफी उतर चुका है जबकि वहां  पर प्रशासन व अन्य पार्टियों के भी कई नेता आते जाते रहते हैं। लेकिन उनमे से किसी की भी नजर बाबा बंदा सिंह बहादुर की खस्ता प्रतिमा पर नहीं पड़ी। 

अब सरकार का भी कोई ध्यान नहीं

जानकारी के अनुसार आई.एस.बी.टी. बसस्टैंड के नींव पत्थर से लेकर उसका उद्घाटन करने तक सारा काम पूर्व अकाली सरकार की अगुवाई में हुआ। लेकिन उसके बाद पंजाब में कांग्रेस सरकार सता में आई और तभी से अदंरूनी खींचातान शुरू हो गई। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि बसस्टैंड पर करोड़ों खर्च करने के बाद भी बसस्टैंड की ओर किसी का ध्यान नहीं। जबकि नीव पत्थर शहीद बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम पर रख उनकी विशालकाय प्रतीमा स्थापित की, लेकिन उसकी देखरेख कौन करेगा इसकी जिम्मेदारी न तो प्रशासन ने तय की और न ही पंजाब सरकार ने तय किया। 

सुनसान पड़ा नया बस स्टैंड
ग्माडा द्वारा फेज-8 का बस स्टैंड तोडऩे के बाद सभी बसें या तो सड़कों पर खड़ी हो रही हैं या फिर साइड में पड़ी खाली जगह पर, जिसके बाद लोग धूप में खड़े होकर बस का इंतजार कर रहे है । जबकि दूसरी और 700 करोड़ की लगात से बना आई.एस.बी.टी. अब भी बसों के इंतजार में है जहां पूरे दिन में कुछ ही बसें आती है। मोहाली की डी.सी. भी आदेश दे के बाद भी बसें नए बसस्टैंड से चलेगी लेकिन फिर भी कुछक ही बसें नए बसस्टैंड में पहुंचती है। 

bhavita joshi

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