शहर के बाहर फ्लैट्स बनाने का विकल्प तलाश करे हाऊसिंग बोर्ड: बदनौर

Thursday, Jul 05, 2018 - 10:48 AM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र): चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड द्वारा शहर के बाहर एक किलोमीटर के दायरे में भूमि खरीद कर फ्लैट्स का निर्माण करने के प्रोजैक्ट की एक बार फिर उम्मीद जगी है। चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने बोर्ड अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह इस  संबंध में विकल्प तलाश करें और मोहाली, पंचकूला व न्यू चंडीगढ़ में फ्लैट्स बनाने के प्रोजैक्ट पर विचार करें। 

 

इसके अलावा प्रशासक ने बोर्ड को यह भी निर्देश दिए कि वह दूसरे को प्लाट बेचने की जगह खुद ही फ्लैट्स का निर्माण करके इन्हें बेचे, जिससे प्रशासन को अधिक राजस्व प्राप्त होगा और काम भी जल्द पूरा होगा। प्रशासक ने बुधवार को सैक्टर-9 स्थित यू.टी. सचिवालय में अधिकारियों की रिव्यू मीटिंग ली। 

 

मोहाली, पंचकूला, न्यू चंडीगढ़ पर विचार करें जमीन एक्वायर क्यों नहीं की? 
प्रशासक ने मीटिंग में कहा कि हाऊसिंग बोर्ड शहर के बाहर आसपास के एरिया में भूमि एक्वायर करके फ्लैट्स निर्माण के प्रोजैक्ट पर  काम क्यों नहीं करता। इस प्रोजैक्ट को लेकर बोर्ड ने सर्वे के लिए कंसल्टैंट भी हायर किया था लेकिन बाद में अधिकारियों ने ये कहते हुए प्रोजैक्ट पर रोक लगा दी थी कि दूसरे राज्यों में बिल्डिंग बायलॉज और नीड बेस्ड चेंजेस अलग हैं, इसलिए वहां किसी भी प्रोजैक्ट पर काम करना मुश्किल है। अब प्रशासक के निर्देशों के बाद इस प्रोजैक्ट को फिर उम्मीद जगी है।


आई.टी. पार्क प्रोजैक्ट के लिए नहीं मिल सका कोई बोलीदाता
चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड पिछले एक साल से राजीव गांधी चंडीगढ़ टैक्नोलाजी पार्क की 18 साइट्स के लिए बोलीदाता ढूंढ रहा है लेकिन अभी तक वह इसमें सफल नहीं हो पाया है। यही कारण है कि प्रशासक ने अब खुद ही बोर्ड को यहां फ्लैट्स निर्माण का काम करने के निर्देश दिए हैं। 

 

सी.एच.बी. के एक अधिकारी ने बताया कि अब वह आई.टी. पार्क की 18 साइट्स के इस प्रोजैक्ट का एक प्रस्ताव तैयार करेंगे और खुद ही यहां फ्लैट्स निर्माण करने पर काम करेंगे। प्रशासक ने कहा कि यहां होटल साइट का निर्माण भी प्राइवेट-पब्लिक पार्टनरशिप मोड पर किया जाना चाहिए।   

 

पंजाब, हरियाणा के लिए बना सकते हैं सरकारी मकान 
प्रशासक ने अधिकारियों से कहा कि वह पंजाब और हरियाणा सरकार के लिए सरकारी मकानों का निर्माण करके भी उन्हें बेच सकते हैं। इस संबंध में दोनों सरकारों से बात करके इस प्रोजैक्ट पर भी वह काम करें। इससे पहले बोर्ड के अधिकारियों ने विभिन्न प्रोजैक्ट्स पर प्रशासक को प्रैजेंटेशन दी, जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश जारी किए।

 

रैजीडैंशियल प्रोजैक्ट के बारे में जाना 
प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर की तरफ से बुधवार को यू.टी. सैक्रेट्रिएट में बुलाई गई रिव्यू मीटिंग में चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने सैक्टर-51 में दो बैडरूम के 200 फ्लैट्स को लेकर प्रेजेंटेशन दी। सी.एच.बी. के अधिकारियों से पूछा गया कि यह काम कब तक पूरा हो जाएगा तो अधिकारियों ने कहा जून 2019 तक इसे पूरा कर दिया जाएगा। वहीं आई.टी. पार्क में रैजिडैंशियल प्रोजैक्ट को लेकर भी प्रशासक ने पूछताछ की। 

 

उन्हें आई.टी. पार्क में रैजीडैंशियल प्रोजैक्ट के लिए तय की गई जमीन के बारे बताया गया जिस पर फ्लैट बनाए जाने हैं। आई.टी. पार्क में ही गवर्नमैंट रैंटल होम के प्रोजैक्ट बारे भी जानकारी दी गई। इसी तरह चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के मकानों और फ्लैट्स में नीड बेस्ड चेंजिस को लेकर भी प्रशासक ने पूछताछ की।  

Punjab Kesari

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