बजट की कमी : पंचकूला में थमे हुडा के मेन प्रोजेक्ट्स

Monday, Nov 20, 2017 - 11:14 AM (IST)

पंचकूला (आशीष): हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) ने शहर में कई प्रोजैक्ट करने के लिए अप्रैल में 287 करोड़ का बजट अप्रूव कराया था। लेकिन नवम्बर तक कई काम ऐसे हैं जो रुके पडे हैं और कई ऐसे हैं जो शुरू ही नहीं हुए। इसके पीछे कारण दिया जा रहा है कि बजट कम है। पंचकूला में सांसद, विधायक भाजपा के, हरियाणा में सरकार भी भाजपा की, फिर भी बजट कम होने पर हैरानी हो रही है। या फिर बहाना बनाया जा रहा है। इस वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

 

घग्गर पार के सैक्टर्स में आई.टी. पार्क से लेकर सैक्टर-28 तक डबल लेन प्रोजैक्ट पर काम शुरू किया था, जो अधूरा है। सैक्टर-23 के राऊंड अबाऊट से लेकर सैक्टर-26 तक सड़क को डबल लेन कर दिया गया लेकिन सैक्टर-24 में घग्गर नदी पर पड़ते पुल को डबल लेन नहीं किया। यह पुल संकरा और रोड चौड़ी होने की वजह से यहां हादसे होते रहते हैं। पुल के लिए 90 लाख का बजट बनाया गया। काम शुरू तो किया गया लेकिन पूरा नहीं किया गया। काम पूरा होने के पीछे वजह बजट की कमी बताई जा रही है।

 

287 करोड़ से ज्यादा पैसा, फिर भी बजट की कमी: हुडा में बजट की कमी का बहाना बनाकर काम रोके जा रहे हैं। अफसर तर्क देते हैं कि हुडा बजट के मामले में खस्ता हालात में पहुंच चुका है। लेकिन इस बहाने पंचकूला की डिवैल्पमैंट के प्रोजैक्ट्स अधूरे छोडऩे की बात में सच्चाई नजर नहीं आती। क्योंकि इस साल हुडा ने 5 बड़ी ऑक्शन कर 100 करोड़ से ज्यादा रुपए कमाए। नियमों का उल्लंघन करने वाले 1500 से ज्यादा लोगों को नोटिस भेजकर हुडा ने इनसे करोड़ों रुपए कमाए हैं। शहर का ज्यादातर एरिया और काम निगम को ट्रांसफर होने के बाद बोझ भी कम  हुए है। हुडा इस साल के लिए 187 करोड़ का बजट मंजूर हुआ था।

 

ये काम नहीं किए पूरे
-सैक्टर-5 के मेला ग्राऊंड की ब्यूटीफिकेशन
-सैक्टर-3 ताऊ देवीलाल स्टेडियम की स्पेशल रिपेयरिंग
-अमरावती के पास फ्लाईओवर
 -सैक्टर-23, 25 में शॉपिंग एरिया की पार्किंग
 -सैक्टर-25 में कमर्शियल बैल्ट की पार्किंग
-घग्गर पार के सैक्टरों में कौशल्या डैम का पानी पहुंचाना
-सैक्टर 25ए से सैक्टर-25 को जोडऩे के लिए नांदना चौ पर पुल
-एम.डी.सी. सैक्टर-1, 2 की रोड
-सैक्टर-23 राऊंड अबाऊट से एन.एच.-73 तक डबल लेन
- एम.डी.सी. सैक्टर-6, 5 में सड़क का काम अधूरा

 

इतना बजट मिला: 2012 में हुडा की तीन इंजीनियरिंग विंगों ने प्रोजैक्टरों के लिए बजट बनाकर भेजा और उस पर मोहर लग गई। शहर के 31 सैक्टरों के लिए करीब 120 करोड़ रुपए अप्रूव किए गए।
-2013 में हुडा की इन्हीं तीनों इंजीनियरिंग विंगों की ओर से करीब 145 करोड़ का बजट बनाया गया। इसे भी अप्रूव कर दिया गया।
-2014 में भी करीब 180 करोड़ के बजट की अप्रूवल हो गई।
-2015 के लिए भी 284 करोड़ का बजट बनाया गया था।
-वर्ष 2016 में 189 करोड़ रुपए का बजट बनाया गया था, यह भी अप्रूव हो गया था।

 

8जनवरी-फरवरी में बनती है प्रोजैक्ट्स की लिस्ट: हुडा का इंजीनियरिंग विंग हर साल जनवरी और फरवरी में नए पूरे साल के कामों का चिटठा बनाने में जुट जाता है। इस दौरान एक लिस्ट और उस काम के एस्टीमेट्स को अप्रूव करवाया जाता है। इसके बाद पूरा साल उन कामों के नाम पर बजट हैड ऑफिस से प्रोजैक्ट दर प्रोजैक्ट या वर्क के हिसाब से आता रहता है। उसी हिसाब से टैंडर भी लगाए जाते हैं।


 

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