लाखों की लागत से ‘बेघर लोगों के लिए घर’ बनकर रह गया यात्री निवास!

Friday, Apr 27, 2018 - 01:34 PM (IST)

मोहाली (कुलदीप): नगर निगम मोहाली की ओर फेज-6 में लाखों रुपयों की लागत से बनाया गया बेघर लोगों के लिए घर एक ‘यात्री निवास’ बन कर रह गया है। मतलब ये कि जिस मकसद से यह बनाया गया था वह मकसद तो पूरा नहीं हो रहा है। क्योंकि भिखारी और बेघर लोग यहां पर आना पसंद नहीं करते हैं। 

 

निगम के इस ‘बेघरों के लिए घर’ में तैनात स्टाफ के बताने मुताबिक यहां पर पंजाब के दूर पार से आने वाले और बाहरी राज्यों से आने वाले लोग आकर ठहरते हैं। बढिय़ा कमरे, बढिय़ा बैड तथा किचन का मुफ्त में इस्तेमाल करके चले जाते हैं। जानकारी मुताबिक यहां पर दिल्ली, जम्मू कश्मीर, हरियाणा तथा अन्य राज्यों से यात्री आकर रहते हैं। 

 

जम्मू कश्मीर के नंबरों वाली कुछेक प्राइवेट बसें भी इस के मेन गेट के सामने खड़ी की जाती हैं। पता चला है कि इन बसों के चालक व इन बसों में आने वाले यात्री भी यहीं रात ठहरते हैं। जब कि ऐसे लोगों के लिए यह इमारत नहीं बनाई गई थी। 

 

दिलचस्पत बात ये है कि यहां पर हर महीने बिजली पानी का बिल, रसोई गैस का खर्च तथा यहां पर तैनात स्टाफ के वेतन आदि का खर्च नगर निगम भर रहा है लेकिन लोग यहां पर मुफ्त में रात काट कर जा रहे हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि गुपचुप ढंग से निगम के कर्मचारी भी अपनी जेब भर रहे हैं। इसका कारण ये है कि यहां पर कोई पूछताछ ही नहीं है।

 

क्रिमिनल भी निगम के लिए बन सकते हैं सिरदर्द
‘बेघरों के लिए घर’ में तैनात मैनेजर गुरदर्शन सिंह का कहना है कि यहां मुफ्त में रात काटने वाले लोगों का आधार कार्ड आदि सबूत के तौर पर रखा जाता है। अगर मोहाली में बीते दिनों से हो रही क्रिमीनल गतिविधियों की ओर ध्यान दें तो ऐसी जगह पर कोई भी क्रिमीनल व्यक्ति घटना को अंजाम देकर बड़े आराम से रात ठहर सकता है जो कि नगर निगम के लिए भारी सिरदर्दी खड़ी कर सकता है।


 

Punjab Kesari

Advertising