हैरीटेज ट्रैक पर थमे हॉली-डे ट्रेन के पहिए, करोड़ों का नुक्सान

Saturday, Oct 01, 2016 - 10:35 AM (IST)

चंडीगढ़, (लल्लन): कालका के रेलवे अधिकारियो की लापरवाही के कारण रेलवे को पीक सीजन मार्च से जुलाई तक कालका-शिमला चलने वाली टॉय ट्रेन के कोचों की खस्ताहालत व व्हील्स खराब होने से करोड़ों का घाटा सहना पड़ा है। कालका-शिमला ट्रैक पर दौडऩे वाली टॉय ट्रेन के 63 कोच मुरम्मत के लिए वर्कशॉप में हैं। इनके सही समय पर तैयार न होने से रेलवे ने जुलाई तक पीक सीजन में एक भी स्पैशल ट्रेन कालका-शिमला के बीच नहीं चलाई। यही नहीं रेलवे व आई. आर. सी.टी.सी.की ओर से इस रूट पर जो टॉय ट्रेन चलाई जा रही हैं उन सभी में भी कोच काम हैं और डिमांड अधिक। ऐसे में सवाल उठता है कि जब कालका स्टेशन अधिकारियों को मालूम था कि टॉय ट्रेन के कोच खराब हो रहे हैं तो उन्हें एक-एक कर दुरुस्त क्यों नहीं किया गया। वहीं पर्यटक इस बार भी असमंजस में हैं कि क्या आई.आर.सी.टी.सी.की ओर से अक्तूबर से फरवरी तक के पीक विंटर सीजन में कोई स्पैशल ट्रेन चलेगी या नहीं।

मार्च से जुलाई तक नहीं चली कोई स्पैशल ट्रेन : 
गर्मियो में अक्सर पयर्टकों शिमला का रुख करते हैं। ऐसे में आई. आर. सी.टी.सी.की ओर से हमेशा दो स्पैशल होलीडे टॉय ट्रेन चलाई जाती थीं, लेकिन रेलवे के पास कोच न होने से मार्च से जुलाई तक पीक सीजन में एक भी ट्रेन नहीं चलाई गई। इस कारण रेलवे को कम से कम 1 करोड़ का घाटा हुआ। इस बारे में अधिकारियों का कहना हैं कि पीक सीजन में पयर्टकों का रुख शिमला की तरफ अधिक रहता है। इस रूट पर चलाने वाली ट्रेनो में हमेशा वेटिंग 200 से अधिक रहती हैं।  ऐसे में रेलवे की तरफ से हमेशा दो स्पैशल टॉय ट्रेन चलाई जाती रही हैं, लेकिन कोच के अभाव में जहां कोई स्पैशल ट्रेन नहीं चली वहीं जो चल रही हैं उनमें 7 की जगह 5 कोच ही लगाए जा रहे हैं। 

डाई तैयार कर ठीक किए जा रहे कोच : 
कालका-शिमला ट्रैक पर चलने वाली टॉय ट्रेन के कोच अन्य  के मुकाबले काफी छोटे होते हैं। इस कारण इनकी मुरम्मत में कठिनाई पेश आ रही थी। सूत्रों के मुताबिक कालका वर्कशॉप में छोटे कोच की डाई न होने से विभाग की ओर से खुद ही जिन पार्ट को ठीक करना था उनकी डाई बनाकर उन्हें ठीक करने में जुटे हैं। सूत्रों के मुताबिक अभी इन कोचों को तैयार करने में करीब 1 माह लगेगा। 

कई ट्रेनों के कोच वर्कशाप में खड़े :
कालका वर्कशॉप में इन दिनों करीब 63 कोचों की मुरम्मत का काम चल रहा है। जानकारी के अनुसार जिन कोचों की मुरम्मत की जा रही है। अहम कई महत्वपूर्ण टॉय ट्रेन व वी.आई.पी.ट्रेनों के कोच शामिल हैं। विभाग ने इन कोचो को बनाने में तकरीबन 10 माह लग चुके हैं। लेकिन अभी तक यह कोच ट्रैक पर नही पंहुचे हैं। 


- पीक सीजन में नहीं चल सकी कोई समर हॉली-डे ट्रेन
- खस्ताहाल व्हील व कोचों की नहीं करवाई मरम्मत, वर्कशॉप में खड़े रह गए 63 कोच। 
- टॉय ट्रेन बुकिंग फुल, कोच कम
- लापरवाह रेलवे को करोड़ों का नुक्सान

Advertising