जनरल अस्पताल में हाई अलर्ट, तैयारी जीरो

Saturday, Dec 16, 2017 - 12:49 PM (IST)

पंचकूला (आशीष) : सैंट्रलक्लीनिकल इस्टैब्लिशमैंट एक्ट लागू होने के विरोध में शुक्रवार को शहर के सभी प्राइवेट अस्पताल और क्लीनिक बंद नजर आए । वहीं, इनमें आने वाले मरीज सरकारी अस्पताल में अपना ट्रीटमैंट करवाने के लिए पहुंचे। इसके लिए डॉक्टर्स और स्टाफ को स्वास्थ्य विभाग की ओर से हाई अलर्ट पर भी कर दिया था। प्राइवेट अस्पताल और क्लीनिक बंद होने के बाद अब सरकारी डॉक्टर्स की छुट्टियां भी कैंसल करने के लिए डी.जी. हैल्थ ने सभी जिले के सी.एम.ओ. को निर्देश दे दिए थे। वहीं एमरजैंसी में आम दिनों की तरह रूटीन में कार्य करने वाले कमचारी नजर आए। न तो बैडों पर ग्लूकोज लगा कर रेड़ी किया गया था और न ही बाहर स्ट्रेचरों की भरमार नजर आई। 

 

वही 15 मिनट तक एमरजैंसी के बाहर व्हीलचेयर रास्ते के बीच में पड़ी रही। जिसे पर किसी ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी ने हटाने का प्रयास नहीं किया। जब छायाकार ने कैमरे मे कैद करने लगे तो स्टाफ कमचारियों ने यहां कहां कर पल्ला झाडऩे की कोशिश की ये व्हीलचेयर टूटी हुई हंै। जबकि वे ठीक थीं। बीते बुधवार को अस्पताल की एमरजैंसी में हड़कंप मच गया था जब कॉल आई कि यहां 30 से ज्यादा लोगों को लाया जा रहा है। बद्दी के पास एक बस का एक्सीडैंट हुआ है तो 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इसके चलते एमरजैंसी को खाली कर दिया गया और करीब 30 से ज्यादा बैडों को लगा दिया गया। इसके साथ ही ग्लूकोज की बोतलों को लगा दिया गया। 

 

लेकिन इतना इंतजाम होने के बाद भी यहां कोई मरीज नहीं लाया गया। बैड के साथ डॉक्टर्स को खड़ा कर दिया गया और एक्स्ट्रा स्टॉफ को बुला लिया गया। यही नहीं इस दौरान बाहर स्ट्रेचरों की भरमार के साथ ही पहले ही स्टॉफ को भी खड़ा कर दिया गया था। कई घंटों तक मरीजों का इंतजार किया गया, लेकिन उसके बाद भी यहां कोई मरीज नहीं आया। वहीं सी.एम.ओ. डॉ. अश्वनी आहुजा ने बताया कि जैसे ही उन्हें प्राइवेट अस्पताल और क्लीनिक बंद होने का मैसेज मिला तो उन्होंने अपने डॉक्टर्स और स्टाफ को हाई अलर्ट कर दिया था। हमने उन सभी डॉक्टर्स को भी ऑन कॉल पर रखा था जिनकी अस्पताल में ड्यूटी नहीं थी। सुबह के समय स्वयं तैयारियों को जायजा लिया था, तब सभी ठीक था।  


 

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