हैरिटेज फर्नीचर मामला : कोर्ट में पेशी के बाद दो को जेल, दो रिमांड पर

punjabkesari.in Thursday, Oct 27, 2016 - 08:09 AM (IST)

चंडीगढ़ (कुलदीप): चंडीगढ़ से हैरीटेज फर्नीचर चोरी कर उन्हें विदेशी सौदागरों को बेचने का गोरखधंधा करने वाले मुख्य आरोपी का पूरा कच्चा चिट्ठा उसके भतीजे ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस रिमांड के दौरान खोल दिया है। अब पुलिस मुख्य आरोपी करोड़पति चाचा की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस ने इस मामले में कल पकड़े गए चारों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने आरोपी धनास निवासी राजेश और संतोष को दो दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस इनके जरिए अब मुख्य आरोपी पवन तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।


कोर्ट ने आरोपी सैक्टर-41 निवासी नरेश कुमार और सैक्टर-56 निवासी अनिल कुमार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। रिमांड में नरेश ने बताया कि 8 महीने पहले वह चाचा पवन के माध्यम से मुंबई घूमने गया था। वहां मुख्य फर्नीचर तस्करों के नुमाइंदों ने उसको चोर मार्कीट में घुमाया और उसमें विदेशी फर्नीचर का जखीरा दिखाया था। उस समय तस्करों के नुमाइंदों ने विदेशी फर्नीचर का कारोबार जीरकपुर में भी खोलने का ऑफर दिया था लेकिन इस ऑफर पर काम नहीं हो पाया। 


लापरवाही पर चुप्पी
आरोपी नरेश ने पुलिस को यह भी बताया था कि उन्होंने सैक्टर-17 से 2 हैरीटेज कुर्सियां भी चोरी की हैं लेकिन इसकी भनक नरेश की गिरफ्तारी से पहले पुलिस को नहीं मिली। जहां से कुर्सियां चोरी हुईं, वहां के कर्मचारी और अधिकारी भी इस चोरी से अनजान रहे। इस मुद्दे पर लापरवाही किसकी तय की जाएगी? इस सवाल पर प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। 


शहर के प्रभावशाली लोगों का संरक्षण 
चंडीगढ़ से हैरीटेज फर्नीचर की चोरी करवाने वाले मास्टर माइंड पवन को शहर के कुछ प्रभावशाली लोगों का संरक्षण मिला हुआ था। ऐसे लोगों से उसकी अच्छी जान-पहचान सामने आई है। इनमें से कुछ लोगों ने इस मामले में पवन का नाम हटवाने के लिए भी पुलिस तक पैरवी की। यह बात अलग है कि पुलिस ने अब मुख्य आरोपी पवन के खिलाफ चोरी की धारा के साथ 120बी भी जोड़ दी है। 


कौन है मास्टरमाइंड चाचा?
सैक्टर-11 थाना प्रभारी नरिंदर पटियाल ने बताया कि चोरी के हैरीटेज फर्नीचर का मुख्य सप्लायर 35 से 40 वर्षीय पवन सैक्टर-9 पंचकूला स्थित कोठी नंबर-1001 में अपने परिवार के साथ रहता है। वह मूलरूप से यू.पी. के अमेठी का निवासी है और मंगलवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी नरेश का चाचा है। मुख्य आरोपी पवन की इंडस्ट्रीयल एरिया फेज-2 पंचकूला स्थित फैक्ट्री नंबर-372 में जानवरों की फीड बनाने का काम होता है। पवन के पास फॉच्र्यूनर और स्विफ्ट कार हैं। पवन फर्नीचर का कारोबार भी करता है। आरोपी नरेश की गिरफ्तारी के बाद से पवन फरार है। थाना प्रभारी ने बताया कि मुंबई में रह रहे ऐसे फर्नीचर की तस्करी करने वालों से पवन का सीधा संबंध है। 


फर्नीचर बरामदगी के बाद फरार पवन
चोरी हुआ हैरीटेज फर्नीचर बरामद होने के बाद से ही मुख्य आरोपी पवन फरार हो गया था लेकिन पुलिस का कहना है कि उसके भतीजे नरेश की गिरफ्तारी तय होने के बाद वह अपनी गिरप्तारी के डर से भाग निकला। चंडीगढ़ पुलिस ने उसके बी.एस.एन.एल. के मोबाइल फोन नंबर को ट्रैप किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। पवन वाट्सऐप भी चलाता था। सूत्रों के अनुसार पवन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसके माध्यम से मुंबई स्थित हैरीटेज फर्नीचर के बड़े तस्करों तक पहुंचने की कोशिश करेगी। 


जीरकपुर स्थित गोदाम में होती थी डीलिंग 
नरेश ने पुलिस रिमांड के दौरान बताया कि उनकी टीम चाचा पवन के इशारे पर ही काम करती थी। जब पवन कहता तो वह लोग शहर से हैरीटेज फर्नीचर उठा लेते थे। इसके बाद चंडीगढ़ से चोरी कर इस हैरीटेज फर्नीचर को जीरकपुर स्थित अपने गोदाम में इकट्ठा करते थे। जब फर्नीचर की संख्या गोदाम में दर्जनों में हो जाती थी तो पवन से सूचना पाकर मुख्य खरीददार (तस्कर) मुंबई से हवाई जहाज के जरिए चंडीगढ़ आते थे और सौदाकर सड़क के रास्ते फर्नीचर को बड़ी गाडिय़ों में मुंबई भिजवा देते थे। इनमें छोटी कुर्सियां सबसे ज्यादा दाम पर तस्कर खरीदते थे।
 

नरेश ने पूछताछ में बताया कि मुंबई में हैरीटेज फर्नीचर की खरीददारी करने वालों (तस्करों) के बीच होड़ होती है। वहां फर्नीचर को बेचने का एक दूसरा तरीका भी अपनाया जाता है। इसमें पहले फर्नीचर के सभी पार्ट अलग करते हैं और बाद में उनके अलग-अलग पार्ट की बोली लगाई जाती है। गौरतलब है कि पी.जी.जी.सी.-11 के हॉस्टल से 4 कुर्सियां चोरी होने व मामला सार्वजनिक होने के बाद वापस कुर्सियां गेट के पास मिलने पर पुलिस ने अपनी जांच के बाद 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पिछले 2 साल में इन लोगों ने तकरीबन 1 करोड़ में हैरीटेज फर्नीचर चंडीगढ़ से मुंबई सप्लाई किया है और करीब 70 करोड़ में विदेशों में इसकी नीलामी हुई है। 


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