सैक्टर-48 के अस्पताल की कमान अब UT हैल्थ डिपार्टमैंट के पास

Saturday, Dec 08, 2018 - 01:38 PM (IST)

चंडीगढ़(साजन) : सैक्टर-48 में हाल ही में कंपलीट हुए 100 बैड के अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी यू.टी. हैल्थ डिपार्टमैंट को दे दी गई है, जबकि इससे पहले इसका संचालन जी.एम.सी.एच.-32 के हवाले था। वहीं अभी तक केंद्र सरकार ने डॉक्टरों की 80 पोस्टें भरने पर स्वीकृति नहीं दी है। इसकी वजह से मामला लटका पड़ा है। पोस्टें स्वीकृत करने के लिए केंद्र सरकार के पास प्रोपोजल भेजे करीब चार माह का समय हो चुका है। 

यू.टी. हैल्थ डिपार्टमैंट ने सैक्टर-48 में बिल्डिंग तो तैयार कर ली, लेकिन इसमें संसाधन जुटाने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। अस्पताल के लिए उपकरण और अन्य सामान जुटाने की प्रक्रिया तो शुरू कर दी गई है, लेकिन अभी तक मानव संसाधन की मंजूरी नहीं मिल पाई है। डॉक्टरों के पदों को भरने की अभी तक मंजूरी न मिलने की वजह से अब अस्पताल को शुरू करने में भी देरी हो सकती है। 

सुपर स्पैशिएलिटी को भी केंद्र का इन्कार :
यू.टी. प्रशासन का प्लान तो यहां सुपर स्पैशिएलिटी शुरू करने का था, लेकिन सुपर स्पैशिएलिटी के डाक्टरों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सीधे-सीधे यह कहते हुए न कर दी गई कि अस्पताल में सुपर स्पैशिएलिटी शुरू नहीं की जा सकती क्योंकि सुपर स्पैशिएलिटी डॉक्टरों की उपलब्धता एक बड़ी समस्या है। एक बार कुछ स्पैशिएलिटी के डाक्टर उपलब्ध भी हो गए तो इससे हमेशा के लिए काम चलने वाला नहीं है।

दक्षिणी सैक्टरों के लोगों को मिलना है फायदा :
शहर के लोगों को और खासतौर से दक्षिणी सैक्टरों में रह रहे लोगों को इस अस्पताल के बनने से काफी फायदा मिलेगा, लेकिन फि लहाल उन्हें वर्ष 2019 तक इंतजार करना होगा। जब तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से डाक्टरों की पोस्टें भरे जाने  की मंजूरी नहीं मिल जाती, अस्पताल शुरू नहीं हो पाएगा। 

जी.एम.सी.एच.-32 के डायरैक्टर प्रिंसिपल डॉ. बी.एस. चवन ने बताया कि पहले अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी उन्हें मिली थी, लेकिन अब अस्पताल चलाने का जिम्मा यूटी हैल्थ डिपार्टमैंट का है। हैल्थ डायरैक्टर डॉ. जी. दीवान ही अब इस पर कुछ टिप्पणी कर सकते हैं।


 

Priyanka rana

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