हथनीकुंड डैम की प्राथमिक रिपोर्ट को मुख्यमंत्री ने दी मंजूरी, डैम निर्माण का प्रोजैक्ट बढ़ा आगे

Thursday, Aug 18, 2022 - 07:35 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज हथनीकुंड डैम की प्राथमिक रिपोर्ट को मंजूरी दे दी। उन्होंने सर्वप्रथम डैम से संबंधित समीक्षा बैठक की। इसके पश्चात हरियाणा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार की गई प्राथमिक रिपोर्ट को केंद्रीय जल आयोग के समक्ष भेजने की मंजूरी दी। जल आयोग के अतिरिक्त यह रिपोर्ट 5 राज्यों में भी भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हथनीकुंड डैम हरियाणा सरकार का एक महत्वाकांक्षी प्रोजैक्ट है। इस प्रोजैक्ट के निर्माण में यह रिपोर्ट बेहद अहम है। 

 


बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी धरती का एक अमूल्य तत्व है। हर वर्ष बारिश के दिनों में पानी बर्बाद होता है और यमुना नदी के क्षेत्र में बाढ़ आती है। इसी के चलते हरियाणा सरकार ने हथनीकुंड में डैम बनाने का निर्णय लिया है। इस डैम का कैचमैंट एरिया लगभग 11170 स्कवेयर किलोमीटर होगा। डैम हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में बनाया जाना है। इसके बनने से हरियाणा को न केवल बिजली मिलेगी, बल्कि पानी की आपूर्ति भी होगी। हथिनीकुंड डैम की वाॢषक बिजली उत्पादन क्षमता 763 एम.यू. होगी।  

 


मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग की सैद्धांतिक सहमति प्राप्त करने के लिए प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करना आवश्यक है। इसी कड़ी में प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट को अब केंद्रीय जल आयोग, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली को भेजा जाना है।
 

 

डैम बनने से आपसपास के क्षेत्र में होगी ग्राऊंड वाटर रिचाॄजग
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हथनीकुंड डैम बनने से आसपास के क्षेत्र में ग्राऊंड वाटर रिचाॄजग होगी और इससे किसानों को लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त यमुना नदी के क्षेत्र में हर वर्ष बारिश के दिनों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है। इससे किसानों की फसलें खराब हो जाती हैं। डैम बनने से बाढ़ की समस्या से निजात मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस डैम के बनने का फायदा रेणुका, किसाऊ और लखवार तीनों डैम को मिलेगा। इन तीनों डैम का बैलेंसिंग रिजरवायर फंक्शन हथनीकुंड डैम को ही बनाया जाएगा।
 

 

डैम के नजदीक बनेगा पर्यटन केंद्र 
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह डैम बिजली और पानी की आपूॢत तो करेगा ही, इसे पर्यटन का केंद्र भी बनाया जाएगा। कोई भी डैम पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होता है। यह डैम जिस क्षेत्र में बनने वाला है, वह बेहद हराभरा और प्रकृति के करीब है। इसे पर्यटकों की दृष्टि से भी विकसित किया जाएगा।
 

Ajay Chandigarh

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