पक्की नौकरी मांगना पड़ी भारी, मिली लाठियां, 9 जख्मी
Saturday, Aug 03, 2019 - 10:41 AM (IST)
पंचकूला(आशीष) : हरियाणा रोडवेज की हड़ताल के दौरान रखे गए अस्थाई चालक-परिचालकों ने पक्की नौकरी के लिए शुक्रवार को फिर चंडीगढ़ में घुसने की कोशिश की और हरियाणा विधानसभा घेरने निकले। चंडीगढ़ और पंचकूला पुलिस ने पहले उन्हें वाटर कैनन के जरिए रोकने की कोशिश की लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं रुके तो जमकर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में भाग सिंह, सुरजीत, विजयपाल गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
वहीं, संतोष कुमार, सतपाल, गुरपाल सहित 6 लोगों को हल्की चोटें आई हैं। प्रदर्शनकारियों को रोडवेज बसों में भर कर गिरफ्तार करके ले जाया गया। प्रदर्शनकारी नौकरी की मांग को लेकर पंचकूला में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन था। बरसात के बावजूद प्रदर्शनकारियों का गुस्सा उबाल मार रहा था।
पैदल मार्च करते हुए वे सैक्टर-5 के धरनास्थल से हाऊसिंग बोर्ड चौक पहुंचे। चंडीगढ़ पुलिस ने किसी भी प्रदर्शनकारी को चंडीगढ़ में घुसने नहीं दिया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर नोक-झोंक हुई। पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर हाऊसिंग बोर्ड चौक पर प्रदर्शनकारियों ने धरना देकर रोष जताया।
इस दौरान चंडीगढ़ और पंचकूला पुलिस मौजूद थी। जब वे हरियाणा विधानसभा की ओर कूच करने लगे तो पुलिस ने पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर हैवी बैरीकैडिंग कर प्रदर्शनकारियों को चंडीगढ़ में प्रवेश करने से रोक दिया। जब नहीं माने तो वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं रुके तो पुलिस ने लाठियां भांजी।
एंबुलैंस पहुंची देरी से :
पुलिस की लाठीचार्ज में घायल प्रदर्शनकारियों को अस्पताल तक पहुंचाने के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। अपने घायल साथियों को प्रदर्शनकारी ही संभालते नजर आए। एंबुलैंस काफी देर बाद आई।
प्रदर्शनकारी खुद ही अपने घायल साथियों को उठाकर अस्पताल ले गए। कई घायलों ने तो अस्पताल जाने से ही मना कर दिया। उनका कहना था कि मर जाएंगे लेकिन अपना हक लेकर रहेंगे। इसके बाद मौके पर दो एंबुलैंस भेजी गईं।
सरकार ने दिया था नौकरी का भरोसा : यूनियन नेता
रोडवेज यूनियन के नेता बलवान सिंह ने बताया कि जब 18 दिन तक हरियाणा रोडवेज की हड़ताल रही तो इन युवाओं ने रोडवेज की बसें चलाकर हरियाणा सरकार को राहत दी थी।
तब सरकार ने इनको भरोसा दिया था कि इन्हें पक्की नौकरी दी जाएगी लेकिन हड़ताल खत्म होते ही इनकी छुट्टी कर दी गई। पक्की नौकरी के भरोसे ही इन लोगों ने अपने पहले की अस्थायी नौकरी छोड़ी थी। अब ये कहीं के नहीं रहे, परिवार भूखों मरने की कगार पर हैं।
कई कर्मचारी यूनियनों ने जमाया पंचकूला में डेरा :
हरियाणा विधानसभा का सत्र शुरू होते ही पंचकूला में प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। कई कर्मचारी यूनियनों ने अपनी मांगों को लेकर पंचकूला में डेरा जमा दिया है। हरियाणा रोडवेज की हड़ताल के दौरान रखे गए कच्चे कर्मचारियों के अलावा जे.बी.टी. 2011-13, शिक्षा प्रेरक, सहायक ड्राफ्ट्समैन और अन्य यूनियन शामिल हैं।
इन दिनों पंचकूला शहर पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है। भारी संख्या में पुलिस कर्मचारी पंचकूला में तैनात किए गए हैं ताकि कोई भी प्रदर्शनकारी विधानसभा घेराव के लिए चंडीगढ़ में न प्रवेश कर सके। अन्य जिलों से भी कई पुलिस अधिकारी बुलाए गए हैं। वहीं, सैक्टर-7 और 18 के निवासियों के लिए धरने-प्रदर्शन परेशानी का कारण बनते हैं। सड़कें बंद कर दी जाती हैं और उनका घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है।