2047 विजन डॉक्यूमैंट में अगले 25 वर्षों में राज्य के विकास का रोडमैप तैयार किया जाएगा
punjabkesari.in Monday, Jul 24, 2023 - 07:07 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा के सतत विकास लक्ष्य (एस.डी.जी.) विजन 2030 की सफलता से प्रेरणा लेते हुए राज्य सरकार अब हरियाणा 2047 विजन को तैयार करने पर कार्य कर रही है। हरियाणा 2047 विजन डॉक्यूमैंट में शिक्षा सुधार, आर्थिक विकास और स्वास्थ्य सुविधाओं सहित कई प्रमुख बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए अगले 25 वर्षों में राज्य के विकास का रोडमैप तैयार किया जाएगा। मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में सोमवार को हरियाणा सरकार और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यू.एन.डी.पी.) द्वारा संयुक्त रूप से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
संजीव कौशल ने कहा कि हरियाणा में औद्योगिक-अनुकूल राज्य बनने की अपार संभावनाएं हैं और राज्य आज आर्थिक विकास व समृद्धि की दृष्टि से कई अन्य राज्यों के मुकाबले आगे बढ़ रहा है। बैठक हरियाणा 2047 विजन को तैयार करने की प्रक्रिया को समझने, एक रूपरेखा स्थापित करने और आगामी ठोस कदमों को औपचारिक रूप देने के लिए आयोजित की गई है। इस अग्रणी प्रयास में आंतरिक हितधारकों और बाह्य संस्थाओं जैसे शिक्षा जगत, युवा, उद्योग, मीडिया और सिविल सोसायटी के बीच सामंजस्य और सहयोगात्मक वातावरण स्थापित करना शामिल है। यह बैठक हितधारकों के लिए हरियाणा के भविष्य पर अपने विचार और दृष्टिकोण साझा करने का एक अहम मंच है।
हरियाणा ने सतत विकास लक्ष्यों में की महत्वपूर्ण प्रगति
यू.एन.डी.पी. इंडिया के उत्तरी क्षेत्र प्रमुख विकास वर्मा ने बताया कि हरियाणा ने हाल के वर्षों में विभिन्न सतत विकास लक्ष्यों (एस.डी.जी.) पर महत्वपूर्ण प्रगति की है। राज्य ने एस.डी.जी. इंडिया इंडैक्स पर अपनी रैंकिंग में 18 से 14 तक सुधार किया है और इसका स्कोर 67 से बढ़कर 57 हो गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा ने वर्ष 2047 के लिए एक परिवर्तनकारी विजन की कल्पना की है, जिसमें महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए जाएंगे और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय लक्ष्यों की प्राप्ति होगी। इस दृष्टिकोण की कुछ प्रमुख विशेषताओं में शिशु मृत्यु दर को कम करना शामिल है, जो एस.डी.जी. 3 (बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण) की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है। राज्य का लक्ष्य 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर (यू5 एम.आर.) 20 हासिल करना है। अपने सभी निवासियों को पाइप से पानी उपलब्ध कराना और शत-प्रतिशत अपशिष्ट को रिसाइकल करके वायु प्रदूषण को कम करके प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाना है।
500 बिलियन अमरीकी डॉलर की जी.डी.पी. हासिल करने का प्रयास
हरियाणा का बेरोजगारी को खत्म करने और एक प्रमुख आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरते हुए 500 बिलियन अमरीकी डॉलर की उल्लेखनीय जी.डी.पी. हासिल करने का प्रयास है। 10,000 अमेरिकी डॉलर की प्रति व्यक्ति आय का लक्ष्य तय करना अपने नागरिकों के जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके अलावा, हरियाणा कृषि को बढ़ावा देकर रिकॉर्ड कृषि उत्पादन हासिल करने के लिए समर्पित है।