सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर जिला परिषद ने की 22 लाख की धोखाधड़ी

Tuesday, Mar 13, 2018 - 12:48 PM (IST)

पंचकूला/पिंजौर (मुकेश/रावत): पंचकूला जिला परिषद की सदस्य बबली शर्मा के खिलाफ पिंजौर थाना पुलिस ने एक शिकायत के आधार पर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर साढ़े 22 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने की एफ.आई.आर. दर्ज की है। फिलहाल, आरोपी जिला परिषद सदस्य पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। 

 

यह है एफ.आई.आर. में
पुलिस के अनुसार मोहल्ला साई मंदिर बिटना रोड पिंजौर की रहने वाली स्वीटी बधवार ने पुलिस को लिखित शिकायत दी थी, जिसमें उसने कहा है कि वह  जिला परिषद चुनाव के वक्त से बबली शर्मा को जानती है। दोनों का एक-दूसरे के घर भी आना-जाना है। 

 

आरोप है कि वर्ष  2016 में बबली शर्मा ने स्वीटी की मदद यह कहकर ली थी कि चुनाव जीतने के बाद वह उसकी 75 प्रतिशत अपाहिज बेटी, जो कि 12 वीं पास है, की पिंजौर या फिर कालका में किसी सरकारी विभाग में  नौकरी लगवा देगी। शिकायतकर्ता की बेटी ने स्टैनो का कोर्स आई.टी.आई. बिटना से कर रखा है। 

 

शिकायतकर्ता ने अपने रिश्तेदारों से साढ़े 22 लाख रुपए लेकर बबली शर्मा को दिए, ताकि वह उसकी बेटी की सरकारी नौकरी लगवा सके लेकिन न ही सरकारी नौकरी लगवाई और न ही उसके रुपए वापस लौटा रही है। शिकायतकर्ता अपने ससुर के साथ आरोपी बबली शर्मा के घर पर भी गई थी लेकिन आरोपी ने उन्हें अपने रसूख का हवाला देकर वहां से भगा दिया।  

 

आरोपी का मोबाइल नंबर 9 अंकों का दर्शाया गया
एफ.आई.आर. में आरोपी जिला परिषद सदस्य बबली शर्मा का जो मोबाइल फोन नंबर दिया गया है, वह दस की बजाए नौ डिजिट का है। इसे महज इत्तेफाक माना जाए या फिर कुछ और।

 

दूसरे सदस्य पर दर्ज हुई एफ.आई.आर.
यह पहला मौका नहीं है जब जिला परिषद के सदस्य के खिलाफ धोखाधड़ी की एफ.आई.आर. दर्ज हुई हो। इससे पहले भाग सिंह दमदमा के खिलाफ भी पुलिस ने जमीन के एक मामले में धोखाधड़ी की एफ.आई.आर. दर्ज की थी लेकिन उस मामले में भाजपा के रसूख के चलते फिलहाल पुलिस आरोपी  जिला परिषद सदस्य भाग सिंह को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।


 

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