बच्चों को फ्री में बांटी जाने वाली दवाएं अपनी गाड़ी में लोड कर ले गया सरकारी डॉक्टर

Tuesday, Jul 16, 2019 - 01:55 PM (IST)

पंचकूला(आशीष): सैक्टर-6 स्थित सिविल अस्पताल में सरकारी दवाइयों का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। अवैध रूप से दवाइयों का जखीरा अस्पताल के बाहर पाया गया जिसे एक प्राइवेट कार में लोड करके बाहर ले जाया गया। आयुष विभाग के डॉ अशोक अपनी निजी कार में इन दवाइयों को भरकर लेकर गए हैं। फोलिक एसिड सिरप व सिट्राजीन सिरप की सैंकड़ों शीशियों को अस्पताल परिसर से अस्पताल के ही डॉक्टर अपनी निजी कार में रखकर बाहर ले गया। 

ये दवाइयां आयुष प्रोजैक्ट के तहत बच्चों को फ्री में बांटी जानी थी। दवाइयां स्टोर में न रखकर एक अवैध जगह पर खुले में रखी गई थी। जिससे बारिश के इस मौसम में दूषित होने का बड़ा खतरा है। गंदे स्थान पर रखने के कारण बच्चों की सेहत पर हो दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं।  परिसर में वीटा बूथ के पास यह दवाइयां शनिवार से रखी हुई थीं। जब इन दवाइयों को रखने वाले से पूछा गया कि ये दवाइयां यहां क्यों रखी गई हैं तो वे अपनी कार में रखकर चले गए। डाक्टर ने दवाइयों को स्टोर रखना भी सही नहीं समझा। बल्कि साथ लेकर जाना उचित समझा।

विभाग ने आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए भेजी थी
इस संबंध में सी.एम.ओ. को इस बारे में बताया गया तो उन्होंने सीनियर डाक्टर रीटा कालरा को जांच करने के लिए भेजा। लोगों के द्वारा बनाई गई वीडियो में डाक्टर की पहचान हो चुकी है। जिसके बाद विभाग ने जांच करने के आदेश जारी किए हैं। आखिर दवाइयां स्टोर से बाहर कैसे आई और दवाइयां कहां ले जा रही हैं। विभाग की ओर से ये दवाइयां जिले में आगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के लिए भेजी गई थी। सवाल यह उठाता है कि विभाग की अनदेखी के चलते दवाइयोंको बाहर कोई भी लेकर जासकता है।   

कार्रवाई करने में जुटी जांच कमेटी
कई माह पहले सफाई के लिए प्रयोग करने वाली रहेड़ी को भी कोई परिसर से ले गया था। जिसका आज तक पता ही नहीं चल पाया। परिसर में चोरी की कई वारदातें हुए चुकी हैं। सी.एम.ओ. डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि जून माह मे आगबाड़ी केन्द्र में पखवाड़े का आयोजन किया गया था। जिसमें बच्चों के लिए दवाई दी गई थी। वे दवाइयां परिसर के वीटा बूथ से मिलना डाक्टर की लापरवाही है। दवाइयों को स्टोर मे रखा जाना चाहिए था। जिसकी जांच कमेटी करेगी। आखिरी दवाइयां  बाहर क्यों रखी गई थीं। इसके अलावा सभी केन्द्र को पखवाड़े के दौरान मिली दवाइयों का हिसाब देने को कहा गया है।   

bhavita joshi

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