साधारण परिवारों के 6 युवाओं का गोल्फ में निखारा जाएगा भविष्य
punjabkesari.in Wednesday, Aug 27, 2025 - 01:41 AM (IST)

चंडीगढ़ : चंडीगढ़ गोल्फ लीग (सी.जी.एल.) की सबसे प्रमुख टीमों में से एक जीबी लीजैंड्स ने सुविधाओं से वंचित गोल्फ प्रतिभाओं को गोल्फ में निखारने और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ई.डब्ल्यू.एस.) के युवाओं की हर संभव मदद करने के लिए समर्पित सी.एस.आर. पहल करके एक प्रमुख कदम उठाया है। इसके तहत 6 जूनियर खिलाड़ियों को टीम के साथ जोड़ा गया है।
इस पहल का विवरण चंडीगढ़ के सी.जी.ए. गोल्फ रेंज में साझा करते हुए जीबी लीजैंड्स के टीम मालिक गुरनव भट्टी ने कहा कि गोल्फ एक ओलंपिक खेल है और कभी चंडीगढ़ को भारत की गोल्फिंग राजधानी के रूप में पहचाना जाता था, इस प्रयास के माध्यम से चंडीगढ़ को दोबारा उसी स्तर पर लेकर जाया जाएगा। प्रतिभा को अवसर मिलना चाहिए, विशेषाधिकार नहीं।
जीबी लीजैंड्स के साथ हमारा लक्ष्य इस पूरे खेल को और अधिक लोकतांत्रिक बनाना और 2028 ओलंपिक के लिए चैंपियनों का एक ग्रुप तैयार करना है। हमारा उद्देश्य नई प्रतिभाओं की पहचान करना और उन्हें मार्गदर्शन देना, विश्व स्तरीय कोचिंग व जरूरी संसाधनों तक आसानी पहुंच प्रदान करना और चंडीगढ़ में एक सस्टेनेबल, इनक्लूसिव गोल्फ इकोसिस्टम का निर्माण करना है। कार्यक्रम के तहत टीम एक कैंटीन सहायक के बेटे सौरव दास और एक घरेलू सहायक की बेटी और एक होनहार एथलीट सुखलीन कौर जैसी प्रतिभाओं को मार्गदर्शन दे रही है। इनके अलावा रूपवंत सिंह मट्टू, रुद्रराज दीवान और रजा कौर को प्रोफैशनल कोचिंग, टूर्नामैंट फीस सपोर्ट और उपकरण सहायता मिल रही है। एक और प्रेरणादायक कहानी प्रशांत नंदा की है, जो एक ऑर्टिस्टिक बच्चा है और संपूर्ण डिवैल्पमैंट मॉड्यूल के तहत काफी लाभ प्राप्त कर रहा है। इस मॉड्यूल में मुख्य गोल्फ ट्रेनिंग के अलावा मनोवैज्ञानिक असीसिंदर खुराना और वेलनैस कोच उपासना ठाकुर के साथ सैशन भी शामिल हैं।