GMCH .-32 व पी.जी.आई. चलाएंगे सैक्टर-48 का अस्पताल

punjabkesari.in Wednesday, Mar 06, 2019 - 10:20 AM (IST)

चंडीगढ़ (साजन) : सैक्टर-48 में रविवार को हाल ही में बने जिस 100 बैड के अस्पताल का प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर और सांसद किरण खेर ने उद्घाटन किया था, उसे जल्द ही गवर्नमैंट मैडीकल कालेज एवं अस्पताल, सैक्टर 32 और पी.जी.आई. की मदद से चलाया जाएगा। 

 

देर शाम दोनों अस्पतालों के डायरैक्टरों के साथ एडवाइजर मनोज परिदा की मीटिंग हुई और इस पर विस्तार से चर्चा हुई। सैक्टर-48 के नवनिर्मित अस्पताल में उपकरण जुटाने का काम जी.एम.सी.एच.-32 के सुपुर्द किया गया है। 

 

कुछ फैकल्टी (डाक्टर) पी.जी.आई. को यहां भेजने को कहा गया है तो कुछ जीएमसीएच 32 के डाक्टर भी यहां मौजूद रहेंगे। जानकारी के अनुसार एक अप्रैल तक यह काम पूरा होने की संभावना है और इसके बाद अस्पताल का सुचारू तौर पर    परिचालन शुरू हो जाएगा।

 

तो आचार संहिता के चक्कर में फंस जाता
एडवाइजर मनोज परिदा ने बताया कि अगर फिलहाल इस अस्पताल का उद्घाटन न करते तो यह लोकसभा चुनाव से पहले जारी होने वाली चुनाव आचार संहिता के चक्कर में फंस जाता और फिर अगले तीन चार माह तक यह शुरू नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा कि करोड़ों की लागत से बिल्डिंग तैयार पड़ी है। लिहाजा इसे लोगों के लिए चुनाव से पहले खोलने का प्लान था। अब इसे शुरू करने में कोई अड़चन नहीं है।

 

अप्रैल तक डाक्टर और स्टाफ जुटा लिया जाएगा 
एक अप्रैल से पहले यहां डाक्टर व अन्य स्टाफ जुटा लिया जाएगा और अस्पताल सुचारू तौर पर काम करना शुरू कर देगा। उन्होंने बताया कि पी.जी.आई. और जी.एम.सी.एच.-32 को सांझे तौर पर यहां अस्पताल चलाने के लिए कहा गया है। मूल रूप से इस अस्पताल का निर्माण हैल्थ डिपार्टमैंट, यू.टी. की ओर से किया गया है।

 

केंद्र से प्रोपोजल को नहीं मिली थी हरी झंडी
प्रशासन का पहले यह प्रोपोजल बना था कि यहां सुपर स्पैशिएलिटी डाक्टर उपलब्ध कराए जाएंगे, लेकिन यह प्रोपोजल महज कागजी ही रह गया क्योंकि सुपर स्पैशिएलिटी डाक्टरों की उपलब्धता टेढ़ी खीर थी। इसके बाद 82 डाक्टरों की भर्ती के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के पास प्रशासन ने प्रोपोजल तैयार कर भेजा। 

 

इन पदों पर अब तक डाक्टर भर्ती करने की प्रशासन को हरी झंडी नहीं मिली है। चूंकि लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और आचार संहिता लगने वाली है लिहाजा इससे पहले अस्पताल का उद्घाटन कर दिया गया जिसको लेकर प्रशासन की काफी किरकिरी हुई। 

 

कहा गया कि उद्घाटन का मतलब होता है कि इसके बाद अस्पताल शुरू कर दिया जाए लेकिन यहां ऐसा नहीं किया गया बल्कि अब तक तो डाक्टर व स्टाफ कहां से आएंगे इसको लेकर कोई प्लान तक प्रशासन ने तैयार नहीं किया।

 

ट्रिब्यून फ्लाईओवर का काम लगभग एक साल में होगा पूरा
ट्रिब्यून फ्लाईओवर का काम अप्रैल 2020 तक पूरा होने के आसार हैं। इसको लेकर मंगलवार को टैंडर जारी कर पार्टी को फाइनल कर दिया गया है। एडवाइजर मनोज परिदा ने बताया कि एक साल के भीतर इस फ्लाईओवर के पूरा होने का टारगेट रखा गया है। इसको लेकर मंगलवार को टैंडर जारी कर पार्टी को फाइनल कर दिया गया है। 

 

आऊटसोर्सिंग पर जल्द उपलब्ध करवाए जाएंगे कोच
उधर स्पोट्र्स  कॉम्पलैक्सों में उद्घाटन के ठीक बाद ताले जड़े जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग पर जल्द ही कोच उपलब्ध करा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सैक्टर 38, सैक्टर 50 और सैक्टर 56 में बने तीनों स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स 31 मार्च 2019 तक शुरू हो जाएंगे। प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने मंगलवार को एडवाइजर मनोज परिदा सहित यू.टी. के अन्य अफसरों से बातचीत की। 

 

यहां तीनों स्पोट्र्स कॉम्पलैक्सों को लेकर प्रेजेंटेशन के जरिये प्लान आफ एक्शन बताया गया। सैक्टर 38 वेस्ट को टेबल टैनिस सैंटर आफ एक्सीलैंस, सेक्टर-56 के सैंटर को ताईक्वांडो सैंटर आफ एक्सीलैंस बनाया जाएगा। 


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pooja verma

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