रैडक्रॉस साइन का हो रहा दुरुपयोग

Tuesday, May 31, 2016 - 02:03 AM (IST)

 चंडीगढ़, (रोहिला) : चंडीगढ़ में आम तौर पर रैडक्रॉस साइन को कोई भी लगाकर घूमता नजर आ जाता है। शहर में एम्बुलैंस, दवाई की दुकान से लेकर हॉस्पिटल तक इसी चिन्ह का प्रयोग हो रहा है, जबकि सफेद पृष्ठभूमि में लाल रंग से एक-दूसरे को काटती रेखाएं यानी रैडक्रॉस के चिन्ह का इस तरह इस्तेमाल करना गैर-कानूनी है। इस चिन्ह का दुरुपयोग करने पर 500 रुपए जुर्माना होने के साथ-साथ उस संपत्ति को भी जब्त किया जा सकता है जिस पर रैडक्रॉस का चिन्ह बना हो। 

यह चिन्ह पीड़ितों के लिए एक उम्मीद की किरण होने के साथ-साथ उन लोगों के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करता है जो विषम परिस्थितियों में भी पीड़ितों की सहायता के लिए जाते हैं और यही कारण है कि इस चिन्ह का इस्तेमाल केवल उन्हीं लोगों द्वारा होना चाहिए जो आधिकारिक रूप से इसके लिए चुने गए हों। इस चिन्ह का इस्तेमाल केवल सेना के चिकित्सक जवानों, अंतर्राष्ट्रीय रैडक्रॉस और रेड क्रिसेंट मूवमैंट द्वारा ही किया जा सकता है।

पी.सी.आर. तक कर रही दुरुपयोग 

केवल हॉस्पिटल्स, कैमिस्ट शॉप्स व एम्बुलैंस पर ही इस चिन्ह का दुरुपयोग नहीं हो रहा, बल्कि पी.सी.आर. पर भी इस चिन्ह का दुरुपयोग होता हुआ देखा जा सकता है। गौरतलब है कि यदि कानून के रखवालों द्वारा ही इस चिन्ह का दुरुपयोग होगा तो बाकी लोग इसे क्यों गंभीरता से लेंगे। इंडियन रैडक्रॉस सोसायटी के ट्रेजर-कम-पैटर्न डी.पी खंडेलिया ने बताया कि रैडक्रॉस के चिन्ह का दुरुपयोग करने वालों को इसका भारी खमियाजा भुगतना पड़ सकता है, क्योंकि रैडक्रॉस के चिन्ह को यदि कोई और इस्तेमाल करता है वो गैर-कानूनी होता है। 

उन्होंने बताया कि हालांकि पहले के मुकाबले अब सब लोग धीरे-धीरे इसके प्रति जागरूक हो रहे हैं। वहीं जब रैडक्रॉस के ट्रेनिंग सुपरवाइजर सुशील टांक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लोगों में इस चिन्ह को लेकर जागरूकता की कमी है। इसी के चलते हर कोई इस चिन्ह का धड़ल्ले से प्रयोग कर रहा है।

 
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