सैक्टर-45 गौशाला में अब मशीन से बनेंगे उपले, चंद मिनटों में होंगे तैयार

Friday, Jun 08, 2018 - 12:26 PM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र) : सैक्टर-45 स्थित गौशाला में अब मशीन से उपले बनेंगे। वीरवार को नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर तेजदीप सिंह सैनी ने ‘काऊ डंग मेकिंग’ मशीन का उद्घाटन किया। 

इस मशीन की मदद से गाय के गोबर से लकड़ी की शक्ल में उपले बनेंगे, जिससे समय की बचत के साथ ही काम में भी तेजी आएगी। इन उपलों का इस्तेमाल सैक्टर-25 स्थित क्रिमिशन ग्राऊंड और हवन आदि के लिए किया जा सकेगा। यह मशीन 50 हजार रुपए की है और इससे एक दिन में 600 से 700 उपले बनाए जा सकेंगे। इससे पहले यहां पर हाथ से ही उपले बनाने का काम किया जाता था। 

चंद मिनटों में तैयार होंगे, दो कर्मचारी देंगे काम को अंजाम :
इस गौशाला का रख-रखाव गौरी शंकर सेवा दल द्वारा किया जा रहा है और उन्हीं की तरफ से मशीन को यहां पर लगाया गया है। दल के पदाधिकारियों ने बताया कि क्रिमेशन ग्राऊंड के साथ ही लोगों में भी ये उपले फ्री में ही बांटे जाएंगे। अगर शहर में किसी के घर हवन है तो वह यहां से नि:शुल्क उपले ले जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इन उपले के काफी फायदे हैं। 

अगर डेंगू से कोर्ई पीड़ित है या फिर डेंगू होने का खतरा होता है तो इस जलते हुए उपले पर पीली सरसों, अजवाइन और गुग्गल आदि डाल दें, जिससे काफी फायदा होगा। इसके अलावा वातावरण शुद्धि के लिए भी यह काफी फायदेमंद है। गौशाला में 850 के करीब कैटल हैं। 

जिस तादाद में यहां से गोबर निकलता है, उसके उपले आदि बनाने में पहले कर्मचारियों को काफी परेशानी होती थी और समय भी काफी बर्बाद होता था। अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि मशीन में सिर्फ दो कर्मचारी इस काम को आसानी से अंजाम दे सकेंगे और चंद मिनटों में ही काफी उपले बना सकेंगे। 
 

Punjab Kesari

Advertising