बिजली अमैन्डमैंट बिल 2022 को संसद में पेश करने के खिलाफ प्रर्दशन

Monday, Aug 08, 2022 - 06:48 PM (IST)

चंडीगढ़,(राय): बिजली कर्मचारियों व अभियन्ताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति (एन.सी.सी.ओ.ई.ई.ई.) के फैसले के तहत तथा भारतीय बिजली कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर चंडीगढ़ के बिजली कर्मचारियों ने यू.टी. पावरमैन यूनियन चंडीगढ़ के नेतृत्व में आज बिजली के अलग-अलग दफ्तरों में केन्द्र सरकार द्वारा जल्दबाजी में बिजली अमैन्डमैंट बिल 2022 को संसद में पेश करने के खिलाफ रोष रैलियां की। अलग-अलग दफ्तरों में की गई रैलियों को यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोशी, वरिष्ठ उप प्रधान अमरीक सिंह, गुरमीत सिंह, दर्शन सिंह, रणजीत सिंह, तिलक राज, टेकराज आदि यूनियन के प्रतिनिधियों के अलावा फैडरेशन के प्रधान रघवीर चन्द व वरिष्ठ उप प्रधान राजेन्द्र कटोच ने भी सम्बोधित किया।

 

 

रैलियों को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने जल्दबाजी में बिजली अमैन्डमैंट बिल संसद में पेश करने की निन्दा की तथा कहा कि बिल पेश करने से पहले मुख्य स्टेक होल्डरों के सुझाव भी नहीं लिए गए। इससे पहले सरकार ने राष्ट्रीय समन्वय समिति को तथा किसानों के संघर्ष के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा को विश्वास दिया था कि बिल को संसद में रखने से पहले सुझाव लिए जाएंगे लेकिन सरकार अपने वायदे से पीछे हट गई। उन्होंने बिल को संसद की उक्त सम्बन्धी स्टैडिंग कमेटी को विस्तृत चर्चा के लिए भेजने की मांग की, ताकि राज्य सरकारों के सभी दावेदारों के हित सुरक्षित किए जा सकें

 

 

बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई की निन्दा की
वक्ताओं ने बिजली कर्मचारियों के खिलाफ लगातार बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई के लिए प्रशासन की कड़ी निन्दा की तथा मांग की कि 2 जे.ई. को बहाल करने, 17 कर्मचारियों को पुनः नौकरी पर रखने, एफ.आई.आर. रद्द करने व शोकाज नोटिस वापस लेने की मांग की तथा जोर देकर कहा कि विभाग में खाली पड़ी प्रोमोशन की पोस्टें शीघ्र भरी जाएं। वक्ताओं ने सभी कर्मचारियों से 25 अगस्त को फैडरेशन ऑफ यू.टी. इम्पलाईज एंड वर्कर्स चंडीगढ़ के आह्वान पर दिए जा रहे धरने में भारी संख्या में भाग लेने की अपील की।

Ajay Chandigarh

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