1 अप्रैल से सी.टी.यू की लोकल रुट्स की बसों को कर सकेंगे फोन से ट्रैक

punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2020 - 01:31 PM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र): शहरवासी अप्रैल से चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग ( सी.टी.यू ) की लोकल रुट्स की बसों को अपने मोबाइल पर ट्रैक कर सकेंगे। पहले चरण में यू.टी. प्रशासन के ट्रांसपोर्ट विभाग द्वारा 400 बसों को एम्प के साथ जोड़ा जा रहा है, जबकि बाकी बची 292 का काम उसके बाद शुरू किया जाएगा। इस काम के लिए विभाग ने जिस कंपनी को हायर किया था, वह सॉफ्टवेयर व एप्प तैयार करने पर काम कर रही है। कंपनी ने इतना काम फिलहाल 31  मार्च से पहले-पहले पूरा करना है। 

 

प्रोजैक्ट के लिए वर्ल्ड बैंक भी फंडिंगम कर रहा है | पिछले साल विभाग ने गुजरात की कंपनी को इस प्रोजैक्ट का काम अलॉट किया था। ट्रांसपोर्ट डायैरक्टर उमा शंकर गुप्ता ने बताया कि कंपनी इस प्रोजैक्ट पर काम कर रही है और 31 मार्च तक 100 बसों को एप्प के साथ जोड़ देंगे। जिससे यात्री शहर के प्रमुख मार्गों की बसों को अपनी मोबाइल से ही ट्रैक कर सकेंगे। अभी लोकल रूट्स पर 392 के करीब बसें चल रही हैं, इसलिए सभी बसों को एप्प के साथ जोड़ने का काम वह जल्द ही पूरा कर लेंगे।

 

पहले प्रशासन ने जो टैंडर किया था, उसमें दो कंपनियों ने भाग लिया। कंपनियों ने डॉक्यूमैंट्स पूरे न होने को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगाए थे, जिसके चलते ही उस टैंडर को रदूद कर दिया गया था। प्रशासन ने वर्ल्ड बैंक के अधिकारियों के साथ कई मीटिंगें की थीं, जिसके बाद ही उन्होंने इस प्रोजैक्ट को हरी झंडी दी थी । जिस कंपनी को प्रशासन ने काम अलॉट किया है, वह 5 साल के लिए पूरे प्रोजैक्ट को मैंटेन भी करेगी।


ऐसे शुरू हुआ प्रोजेक्ट 
वर्ष 2014 में चंडीगढ़ उन चार शहरों में चुना गया था, जिनका ट्रांसपोर्ट सिस्टम को मजबूत किया जाना था। इनमें जयपुर, भोपाल के अलावा मुंबई के पास मीरा-भायंदर को भी चुना गया था। जून वर्ष 2016 में ब्लर्ड बैंक और चंडीगढ़ प्रशासन के बीच एम.ओ.यू. भी साइन किया गया था। जुलाई 2017 में प्रशासन ने कंसल्टैंट हायर किया था, जिसने डिटेल प्रोजैक्ट रिपोर्ट बनाई थी। प्रोजैक्ट की काल लागत 25 करोड़ रुपए है, जिसमें से 3 करोड़ रुपए की फंडिंग वर्ल्ड बैंक ने करनी है।

 

बस के अंदर प्रदान करनी हैं ये सुविधाएं
इंटर्नल बोर्ड में रूट और अगला डैस्टीनेशन देख सकेंगे। जिस जगह उतरना है उसकी जानकारी भी बोर्ड से मिलेगी इसके अलावा एमरजैंसी अलार्म की सुविधा होगी |बसों की कनैक्टिविटी बस स्टॉप से होगी, जिससे रियल टाइम लोगों को बस को लेकर मिल सकेगा कि कितनी देर में बस स्टॉप पर पहुंचेगी। सभी बस स्टॉप पर इलैक्ट्रोनिक डिस्पले लगाए जाने हैं, ताकि बसों के आने के सही वक्त का पता लगता रहे । इसके अंदर बस डिपो को भी प्राइमरी कंट्रोल स्टेशन से लिंक किया जाना है।


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pooja verma

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